नीरज काकोटिया, बालाघाट। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव (Vidhansabha Chunav) में कमजोर सीटों पर समय से पहले टिकट की घोषणा करना BJP के लिए महंगा सौदा साबित होता जा रहा है। 39 सीटों मे से अधिकतर सीटों पर बीजेपी को कार्यकर्ताओं के ही विरोध का सामना करना पड़ रहा है। ये विरोध पहले सोशल मीडिया और अब जमीन पर दिखने लगा है। बीजेपी डैमेज कंट्रोल के लाख दावे करे लेकिन दावे केवल खाेखले ही साबित हो रहे हैं, क्योंकि आज बालाघाट  जिले की लांजी सीट पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बीजेपी का ही विरोध शुरू कर दिया है। 

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बीजेपी से पूर्व विधायक रमेश भटेरे को टिकट नहीं मिलने से कार्यकर्ता काफी नाराज है। जब से टिकट का ऐलान हुआ है, तब ही से लगातार विरोध के सूर उठ रहे है, बता दें कि लांजी विधानसभा सीट से बीजेपी ने राजकुमार कर्राहे को प्रत्याशी बनाया है। वहीं आज हजारों के तादाद में बीजेपी कार्यकर्ता बाइक रैली निकालकर भाजपा जिला कार्यालय पहुंचे और नारेबाजी करते हुए टिकट बदलने  की मांग कर रहे है। 

राजनीतिक पंडितो की माने तो बीजेपी ने लांजी विधानसभा क्षेत्र को अपनी हाई रिस्क विधानसभा सीटों में शामिल किया है। इसी कारण पार्टी ने चुनाव से 100 दिन पहले ही यहां अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। जिसे लेकर अब विरोध के स्वर उठने शुरू हो गये हैं। 

कौन है BJP के प्रत्याशी राजकुमार कर्राहे?

BJP द्वारा घोषित राजकुमार कर्राहे ने राजनीति की शुरुआत लांजी क्षेत्र के युवा बीजेपी नेता के रूप में की थी। वह साल 2012 तक लांजी जनपद पंचायत के अध्यक्ष भी रहे हैं। उनके खिलाफ 2018 के चुनाव में पार्टी के खिलाफ काम करने के आरोप लगे थे, जिसके बाद पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया था। कर्राहे ने बाद में आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली। वे आम आदमी पार्टी के सक्रिय सदस्य थे। हालांकि टिकट ऐलान से कुछ समय पहले ही उन्होंने AAP से इस्तीफा दे दिया। 

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