नीरज काकोटिया,बालाघाट। मध्यप्रदेश के बालाघाट नगर पालिका चुनाव के बाद नपा अध्यक्ष बनाने के लिए माथापच्ची चल रही है. इसी बीच एक कार्यक्रम में बालाघाट से बीजेपी विधायक और अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने एक बयान देकर मामला गरमा दिया है. सिंधी समाज ने नवनिर्वाचित पार्षदों के सम्मान के लिए कार्यक्रम रखा गया था. जिसमें भाजपा, कांग्रेस और निर्दलीय जीतकर आए पार्षद भी मौजूद थे. यंहा पूर्व मंत्री बिसेन ने आपातकाल और सिख दंगों की बात कहकर कांग्रेस को वोट न देने की अपील कर दी. जिससे कांग्रेस पार्षद बौखला गए बिसेन के बयान की कांग्रेस ने निंदा की है.

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बालाघाट नगर के सिंधु भवन में आयोजित समारोह में पूर्व मंत्री बिसेन अपने उद्धबोधन में मोदी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से 370 हटाने, कोरोना काल में देश को संभालने जैसे कामों की तारीफ कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने 70 के दशक में देश में लगाए गए आपातकाल और सिख समुदाय पर हुए अत्याचारों को याद किया. कांग्रेस को वोट न देने की बात इस अंदाज में कह डाली की यहां सम्मान के लिए आए कांग्रेसियों को अपमान का घूंट पीकर रहना पड़ा.

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हालांकि कुछ कांग्रेसियों की बौखलाहट ने माहौल गरम कर दिया. आयोजकों ने नाराज कांग्रेसियों को बहुत मनाने की कोशिश की, लेकिन मौके से कांग्रेसी आगबबूला होकर निकल गए. अपने विवादित बयानों के लिए सुर्खियों में रहने वाले गौरीशंकर बिसेन एक बार फिर अपने बयान से जनचर्चा में है. कांग्रेस प्रवक्ता विशाल बिसेन ने पूर्व मंत्री बिसेन के बयानों की निंदा करते हुए इतिहास जानने की नसीहत दी है.

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