नीरज काकोटिया, बालाघाट। मध्य प्रदेश में बालाघाट के ग्राम बेहरई में ग्रामीण के मवेशी बांधने वाले कोठे में घुसे भालू ने गांव में दहशत फैला दी। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर भालू का रेस्क्यू किया और उसे अब जंगल में छोड़ा जा रहा है।

जानकारी के मुताबिक, पिछले 8 दिनों से भालू की मौजूदगी गांव बेहरई और आसपास के आधा दर्जन गांवों में देखी जा रही थी, जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल था। ग्रामीणों ने भालू को पकड़ने के लिए वन विभाग को सूचित किया था, लेकिन रेस्क्यू अभियान सफल नहीं हो सका था।

आज यह भालू भटकते हुए ग्राम बेहरई की बस्ती में घुस गया और ग्रामीण दुर्गा प्रसाद बघेल के मवेशी बांधने वाले कोठे में चढ़ गया। मकान मालिक ने भालू को कोठे में घुसते देखा और तुरंत वन विभाग को सूचित किया। यह खबर तेजी से फैली और ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठी हो गई।

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बारिश के बीच वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। भालू जिस स्थान पर घुसा था, वह कवेलू वाली छत होने के कारण रेस्क्यू में कठिनाई हो रही थी। हालांकि, वन विभाग की टीम ने छत पर चढ़कर पाटन में घुसे भालू को ट्रैंकुलाइज करके रेस्क्यू किया और नीचे लाया। इसके बाद भालू को पिंजरे में रखकर जंगल की ओर ले जाया गया।

पीड़ित दुर्गा प्रसाद बघेल ने बताया कि भालू पिछले कई दिनों से गांव में आतंक का पर्याय बना हुआ था और लोग बाहर निकलने में डर महसूस कर रहे थे। भालू को कोठे में घुसते हुए देख लेने के कारण कोई नुकसान नहीं हुआ, भालू परिवार के किसी सदस्य पर हमला कर सकता था।

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