बालासोर : ओडिशा के बालासोर जिले के एक गांव में दो आदिवासी महिलाओं को पेड़ से बांधने और सार्वजनिक रूप से उनके साथ मारपीट करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हाल ही में हुई घटना का कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की।

वीडियो में गुस्साई भीड़ दो महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करती हुई दिखाई दे रही है। आरोप है कि वे 26 दिसंबर को बालासोर जिले के रेमुना और नीलगिरी इलाकों में जबरन धर्म परिवर्तन को बढ़ावा दे रही हैं। बालासोर के पुलिस अधीक्षक राज प्रसाद ने संवाददाताओं को बताया कि मारपीट के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि चार अन्य को नोटिस जारी किया गया है।

उन्होंने कहा कि घटना के संबंध में दो मामले दर्ज किए गए हैं। महिलाओं को पेड़ से बांधने वालों पर एससी और एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 और बीएनएस की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। दोनों महिलाओं के खिलाफ ओडिशा धर्म स्वतंत्रता अधिनियम, 1967 की धारा 4 और बीएनएस की धारा 299 (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण तरीके से किसी धर्म का अपमान), 3(5) (संयुक्त आपराधिक दायित्व) और 351 (2) (आपराधिक धमकी) के तहत एक और मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि कुछ स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद मामला दर्ज किया गया कि दोनों महिलाएं इलाके में जबरन धर्म परिवर्तन का प्रयास कर रही थीं।

गौरतलब है कि पूर्व ओपीसीसी अध्यक्ष निरंजन पटनायक समेत कई कांग्रेस नेताओं ने इस घटना की निंदा की थी और पुलिस पर दोषियों को बचाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।

इस घटना से बालासोर और राज्य के अन्य इलाकों में आक्रोश फैल गया और स्थानीय लोगों ने मामले में शामिल अन्य लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।