रायपुर। कंवलेसेन्ट प्लाज्मा मध्यम लक्षणों वाले कोविड रोगियों के लक्षणों में राहत लाने के लिए प्लाज्मा थेरेपी काफी प्रभावी साबित हुई है. जब तक टीका जारी नहीं हो जाता, तब तक प्लाज्मा थेरेपी से लाखों लोगों को लाभ होता रहेगा. मध्य भारत का सबसे बड़ा एवं आधुनिक कैंसर अस्पताल बालको मेडिकल सेंटर है, जो कोविड परीक्षण शुरू करने के लिए राज्य और एनएबीएल की अनुमति प्राप्त करने वाला छत्तीसगढ़ का पहला निजी अस्पताल भी था.
बालको ने गैर-लाभकारी संगठनों, राउंड टेबल 169 और रायपुर लेडीज सर्कल 90 के साथ मिलकर 27 -28 नवंबर 2020 को “प्लाज्मा दान शिविर” का आयोजन करके कोविड के खिलाफ अपनी लड़ाई को सामुदायिक स्तर पर ले गए. बालको मेडिकल सेंटर छत्तीसगढ़ में पहला अस्पताल था, जहां पर प्लाज्मा थेरेपी शुरू की गई थी और वर्तमान में यह कोविड परीक्षण और उपचार का संपूर्ण सरगम प्रदान करता है.
बालको मेडिकल सेंटर छत्तीसगढ़ के कुछ अस्पतालों में से एक है जिनके पास एक उन्नत एफेरेसिस मशीन है और ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन के तकनीकी रूप से उन्नत विभाग ने अब तक सैकड़ों प्लाज्माफेरेसिस दान का संचालन करके कोविड के खिलाफ युद्ध को मजबूती से लड़ा है. डॉ. नीलेश जैन, कंसल्टेंट ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन और प्रभारी ब्लड बैंक, जिन्होंने पूरे प्लाज्माफेरेसिस डोनेशन कैंप का नेतृत्व किया. उन्होंने बताया कि यह राउंड टेबल इंडिया 169 और रायपुर लेडीज़ सर्कल 90 द्वारा लोगों को प्लाज्मा दान करने के लिए प्रेरित करने के लिए वास्तव में एक बड़ी पहल है, जिससे कोविड रोगी, जो अभी भी इस घातक संक्रमण से जूझ रहे हैं, उन्हें मदद मिलेगी. हम रायपुर के लोगों के शुक्रगुजार हैं, जो इस नेक काम के लिए दान देने के लिए बड़ी संख्या में आगे आए हैं. इसने एक बार फिर मानवता में विश्वास पैदा किया है.
इसके अलावा डॉ जैन ने पात्रता मानदंड और प्लाज्मा दान प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी है. कोई भी व्यक्ति जिसकी आयु 18 से 65 वर्ष के बीच है, हीमोग्लोबिन > 12.5 ग्राम, वजन> 55 किलोग्राम और उसे कोविड-19 संक्रमण था और अब कम से कम 28 दिनों के लिए लक्षण-रहित है, वह प्लाज्मा दान कर सकते हैं. प्लाज्मा दान किसी अन्य एफेरेसिस दान की तरह एक बहुत ही सरल प्रक्रिया है.
राउंड टेबल के चेयरमैन अनुपम अग्रवाल ने बताया कि राउंडटेबल रायपुर और लेडीस सर्कल से हम लोग देशभर में जहां भी क्लासेस की जरूरत होती है. हम सब मिलकर वहां क्लास करते हैं. हमारी टीम लोगों को डेवलप करती है. ताकि बच्चों को एजुकेशन मिल सकें. इसके साथ-साथ हम लोग समाज के लिए हर बार कुछ अलग करते हैं, जैसे इस बार हमने प्लाज्मा डोनेशन की शुरुआत की है. जिससे जरुरत मंद लोगों को सहयोग मिल सकें, इसलिए हम चाहते हैं कि ज्यादा ज्यादा डोनर सामने आकर प्लाज्मा डोनेशन करें. इसलिए हमने बालकों मदत से रायपुर में मुहिम शुरू की है.
डॉक्टर निलेश जैन ने बताया कि बालको अस्पताल में हम लोग 27 और 28 तारीख को प्लाज्मा डोनेशन ड्राइव की शुरुआत किए थे, जो हमारा अब तक लगातार चल रहा है. हम बालकों अस्पताल की तरफ से राउंड टेबल इंडिया और लेडीस सर्कल रायपुर को धन्यवाद बोलना चाहूंगा. जिन्होंने इस डोनेशन कैंप के निर्देशन में हमारी काफी मदद की है. साथ ही मैं सभी लोगों से अपील करना चाहूंगा कि जो लोग कोविड-19 से रिकवर हो गए है. साथ ही जो सिम्टम्स फ्री अच्छा फिल कर रहे है. वें सभी लोग संक्रमित लोगों की मदत करें. हम चाहेंगे कि दूसरों की मदत करें, जब तक निवारण नहीं आ जाता है.