रायपुर। मकर संक्रांति के अवसर पर बालको मेडिकल सेंटर में राज्यपाल अनुसुइया उइके ने डायलिसिस मशीन का उद्घाटन किया. यह अस्पताल द्वारा प्रदान किए गए उपकरणों और सेवाओं की सूची में जुड़ी नवीनतम सुविधा है.

राज्यपाल अनुसुईया उइके ने इस अवसर पर कहा कि उन्हें बालको मेडिकल सेंटर में जो सुविधाएं कैंसर के मरीज़ों को मिलती देखी, वह उन्होंने आसपास के दूसरे राज्यों में भी नहीं देखी. यहां कैंसर के अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुके मरीजों का इलाज भी संभव हो पा रहा है. राज्यपाल ने बालको मेडिकल सेंटर के प्रबंधकों को उनके द्वारा किये जाने वाले सामाजिक कार्यों और छत्तीसगढ़ राज्य में इतनी अच्छी कैंसर देखभाल लोगों को देने के लिए सराहा.

राज्यपाल ने अस्पताल के अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और नैदानिक सुविधाओं की सराहना करते हुए कहा कि बालको मेडिकल सेंटर वास्तव में छत्तीसगढ़ के वंचित समुदायों के लिए एक वरदान है, जो अब अपने राज्य में विश्व-स्तर के कैंसर के उपचार का लाभ उठा सकते हैं. राज्यपाल ने आधुनिक, व्यापक और उच्चगुणवत्ता वाली चिकित्सा देखभाल की सराहना की जो यह अस्पताल एक सस्ती कीमत पर प्रदान करता है.

उन्होंने इस दौरान कैंसर से पीड़ित रोगियों और बच्चों के साथ बातचीत की, जिनका आयुष्मान भारत और डॉक्टर खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना जैसी विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत बालको मेडिकल सेंटर में निशुल्क इलाज किया जा रहा है. उन्होंने अस्पताल के कर्मचारियों के साथ भी बातचीत की, उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण की सराहना की और उन्हें प्रोत्साहित किया कि वे हर दिन ऐसे ही दयालु देखभाल प्रदान करते रहें.

बालको मेडिकल सेंटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एस. वेंकटा कुमार ने कहा कि इस अस्पताल को शुरू करने का उद्देश्य उन कैंसर रोगियों को डायलिसिस प्रदान करना है, जिन्हें किडनी की समस्या है. बालको मेडिकल सेंटर हमेशा अपने मरीजों को एक छत के नीचे सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं प्रदान करने का प्रयास करता रहा है. हमारे साथ काफी मरीज हैं, जो किडनी की जटिलताओं के साथ क्रोनिक डायबिटिक हैं, जिन्हें डायलिसिस की जरूरत है. इस सुविधा के जुड़ने से उनके समय और धन दोनों की बचत होगी.

बीएमसी में इलाज की अत्याधुनिक सुविधा

बालको मेडिकल सेंटर, वेदांता मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन की छत्तीसगढ़ के नया रायपुर में स्थापित पहली प्रमुख पहल है. 170 बेड वाले अस्पताल में अत्याधुनिक ऑन्कोलॉजी देखभाल सुविधा है, जिसमें 50 से अधिक विशेषज्ञ चिकित्सक हैं. यह पूरे मध्य भारत में सबसे बड़ी और सबसे उन्नत ऑन्कोलॉजी सुविधा है.