सूरज गुप्ता, बलरामपुर। छत्तीसगढ़ में सरकारी योजनाओं को अधिकारी किस तरह पलीता लगाने का काम कर रहे हैं उसका नजारा बलरामपुर जिला में देखने को मिला जहां दिव्यांगों की योजना खुद विकलांग होती नजर आ रही है।

दरअसल बलरामपुर जिले में दिव्यांगों को वितरित की जाने वाली ट्राइसायकल हितग्राहियों तक पहुंचने से पहले ही खराब होने की कगार पर है। वर्ष 2016-17 में यहां आई ट्राइसाइकिलें अब तक हितग्राहियों को वितरित नहीं हो सकी है, इतना ही नहीं विभागीय लापरवाही ऐसी की ट्राइसाइकिलों को खुले आसमान के नीचे स्टोर कर के रखा गया है।

जिसकी वजह से साइकिलों में जंग लग चुका है और जंग लगने से इसके कई पार्ट्स खराब हो चुके हैं। जानकारी के मुताबिक लगभग डेढ़ लाख की लागत से समाज कल्याण विभाग  के द्वारा इन्हें मंगाया गया था।

जिले में बड़ी संख्या में गरीब दिव्यांग मौजूद हैं लेकिन उन्हें अब तक इस योजना का लाभ नहीं मिल पाया है जिसकी वजह से आभी वे घिसट-घिसट कर चलने को मजबूर हैं। बरसात से पूर्व यह साइकिल बांटने के लिए आया था लेकिन सभी साइकिलों को खुले आसमान के नीचे छोड़ दिया गया।

अधिकारियों से होगी वसूली


इस मामले में कलेक्टर अवनीश शरण ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में कहा की अगर एक भी साइकल ख़राब होती है तो उसकी जिमेदारी समाज कल्याण विभाग की होगी और खराब साईकिल का पैसा सम्बंधित अधिकारियो से वसूला जाएगा।