श्रीनगर। हिज्‍बुल मुजाहिदीन द्वारा बुरहान वानी के बाद कंमांडर जिस सबजार भट को बनाया गया था उसे सेना ने मार गिराया है. उसके साथ एक उसका एक और आतंकी साथी मारा गया है. दोनों आतंकी पुलवामा जिले के त्राल सेक्‍टर में एक मकान में छुपे थे.

शनिवार को ही बारामूला जिले के रामपुर सेक्टर में सीमा से घुसपैठ की कोशिश कर रहे छै आंतकवादियों को मार गिराया गया. मुठभेड़ की इन दोनों घटनाओं में कुल आठ आतंकी मार गिराए गए.

जिस इलाके में शनिवार को सेना ने छह आतंकियों को मार गिराया है उसी एरिया से पिछले साल 18 सितंबर को चार आतंकियों ने सेना के उड़ी कैंप पर हमला किया था जिसमें 18 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद ही सेना ने 28 सितंबर को एलओसी पार आतंकियों के लॉन्चिंग पैड पर सर्जिकल हमला कर कई आतंकियों को मार गिराया था.

मारे गए हमलावरों के शव और हथियार भी बरामद कर लिए गए हैं. इनके पास से एक एके-47 राइफल, एक पिस्टल और भारी तादाद मे गोला बारूद मिले हैं. ये दोनों पठानी सूट पहने थे और शॉल भी लिए थे. खबर है कि इनके साथ दो और बैट के आतंकी थे लकिन संभवत: वो वापस पाक की ओर भाग गये हों लेकिन अभी तक इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो पाई है.

आपको ये बता दें कि पाक की बॉर्डर एक्शन टीम यानी कि बैट ऐसी टीम है जिसमें पाक सेना और आतंकी दोनों होते हैं. इनका काम मौका मिलते ही एलओसी पर भारतीय सेना के जवानों पर घात लगाकर हमला करना होता है. सीमा पर जितने भी जवानों के शव के साथ छेड़छाड़ हुई है उसके पीछे बैट का ही हाथ होता है.