प्रतीक मिश्र, बिन्द्रानवागढ. अकाउंट वेरिफिकेशन के झांसे का शिकार एक युवक के खाते से बदमाश ने पचास हजार रुपए की रकम पर कर दिया. मामला अमलीपदर थाना क्षेत्र के भेजिपदर का है. झांसे के शिकार परमेश्वर नागेश ने बताया कि 21 अक्टबूर को एक फोन कॉल आया था, जिसमें एसबीआई बैंक के रिजनल मैनेजर कह कर बात किया था. जिसने झांसे में लेते हुए ऑन लाइन प्रक्रीय पूर्ण करने के बाद, मोबाइल में आया ओटीपी नंबर पूछ लिया. इसके परमेश्वर नाग के कुछ ही समय बाद 49855 रुपए कटने का संदेश आ गया. जिसके बाद झांसे के शिकर ने थाना अमलिपदर में मामला दर्ज कराया. पुलिस में 420 का मालला दर्ज कर विवेचना में ले लिया है.

ई-प्रहरी नाम का अभियान पड़ा ठंडा

दिन व दिन अॉन लाइन बैकिंग के ठगी का शिकार हो रहे लोगों के लिए प्र्शासन के द्वारा ई-प्रहरी अभियान चलाया गया था. बता दें कि ई-प्रहरी अभियान के द्वारा उक्त क्षेत्र अंचर्गत सभी निवासियों के अपने बैंक अकाउंट व किसी भी पर्सनल डाटा को अनजान के को शेयर नहीं करने के लिए जागरुक किया जाता है. मगर लापरवाह प्रशासन के द्वारा क्षेत्र में ई-प्रहरी अभियान को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है. जिससे बैंक या ,संबंधित विभाग का अधिकारी मान अपना पर्सनल डाटा शेयर कर, धोखाधड़ी का शिकार हो रहे है.

जांच के बाद नहीं निकलता निष्कर्ष

ऑन लाइन के द्वारा धोखाधड़ी के शिकार लोगों को संबंधित विभाग में सैकड़ों चक्कर काटने के बाद भी कोई समाधान नहीं मिलता है. वहीं जब इस संबंध में संबंधित बैंक के आला अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ग्राहकों को फर्जी फोन कॉल आने पर किसी भी प्रकार की जानकारी शेयर नहीं करने की बात कही जाती है. इसके बाद भी लोग झांसे में आकर ठगी का शिकार हो रहे है.

फोन कॉल आने पर जानकारी शेयर नहीं करने की अपील 

आए दिन बैकिंग के ठगी के शिकार हो रहे लोगों से थाना प्रभारी ने अपील किया है कि, किसी भी कोई अपरिचित का फोन कॉल आता है तो कोई जानकारी शेयर नहीं करे. संबंधित समस्यां को खुद बैक या उक्त संस्थान में जा कर अधिकारी से मिल कर समस्या हल करें. उन्होंने कहा कि अगर इस तरह से कोई कोल आये तो नजदीकी पुकिस स्टेशन में जाकर शिकायत करने की अपील किया है.