रायपुर. उद्योग मंत्री कवासी लकमा बस्तर में कर्ज के लिए दो आदिवासियों को जेल भेजने के मामले में भाजपा की साजिश करार दिया है. उन्होंने कहा कि इस मामले में जिन किसानों को जेल भेजा गया है. उनके साथ धोखाधड़ी हुई है. कवासी का कहना है कि भाजपा के स्थानीय नेता, दलाल और बैंक ने मिलकर किसानों के नाम पर फर्जी तरीके से लोन ले लिया है.

कवासी लकमा ने कहा कि दोनों किसानों के नाम पर खेती के लिए नहीं बल्कि ड्रिप के लिए कर्ज लिया गया था. जो कर्जमाफी के दायरे में नहीं आता. लेकिन सरकार उन किसानों का पूरा ख्याल रखेगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सबका कर्जा माफ करने वाली पहला सरकार है जो बीजेपी के गले नहीं उतर रही है. उन्होंने कहा कि तीन आदिवासियों का जेल जाना बेहद दुखद है.

कवासी ने कहा कि जब उन्हें इस घटना की ख़बर मिली तो उन्होंने कलेक्टर से संपर्क किया. एसडीएम खुद जेल जाकर हालात का जायज़ा ले रहे है. कवासी ने कहा कि दोनों आदिवासी आज-कल में रिहा कर दिए जाएंगे. उनकी रिहाई के लिए वकील की व्यवस्था कर दी गई है.

उन्होंने कहा कि एक पैसे की गलती भी इसमें सरकार की नहीं है. कवासी ने दावा किया है कि वो इस मामले का खुलासा करेंगे और अब असली दोषियों के खिलाफ एफआईएआर दर्ज होगी.  उन्होंने कहा कि इस मामले के असली मुर्गे और मछलियां अब जेल जाएंगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में आदिवासियों का पूरा संरक्षण होगा. निर्दोषों को बचाने का प्रयास किया जाएगा.
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