जगदलपुर। बस्तर की विश्व प्रसिद्ध कुटुम्बसर, कैलाश और दंडक गुफाओं के पट 15 जून से सैलानियों के लिए बंद थे, जो अब 1 नवंबर से दोबारा खुलने जा रहे हैं. कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन ने मानसून सत्र पूरा होने के बाद गुफाओं की सफाई और सुरक्षा तैयारियां शुरू कर दी हैं.

इन गुफाओं की खासियत यह है कि यहां स्टेलेक्टाइट और स्टेलेग्माइट संरचनाएं कुदरत की अनोखी कलाकारी दिखाती हैं. कुटुम्बसर गुफा देश की सबसे गहरी गुफाओं में एक है, जिसकी गहराई करीब 120 फीट और लंबाई 4500 फीट है. हर साल हजारों देशी-विदेशी सैलानी यहां आते हैं और पार्क प्रबंधन की ओर से गाइड व लाइटिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है.

बरसात के दौरान इन गुफाओं में पानी भरने और जंगली जीवों के प्रवेश की आशंका रहती है, इसलिए यह अवधि प्रतिबंधित रहती है. अब जैसे ही पर्यटन सीजन शुरू होगा, स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी.

जर्जर स्कूल की छतें बनी बच्चों के लिए खतरा, गिरने लगा प्लास्टर

बस्तर। ब्लॉक के ग्राम पंचायत कुरूषपाल के पश्चिम टेमरा कपारीपारा प्राथमिक स्कूल की स्थिति बेहद जर्जर हो चुकी है. बरसात में छत से पानी टपकने के बाद अब सीलिंग का प्लास्टर और सरिया नीचे गिरने लगा है. शिक्षक और बच्चे रोज भय के माहौल में पढ़ाई कर रहे हैं.

2005-06 में बना यह भवन अब खतरनाक हो चुका है, लेकिन विभाग ने अब तक स्कूल को दूसरे स्थान पर शिफ्ट नहीं किया है. हाल ही में एक शिक्षक के कमरे में प्लास्टर गिरा, गनीमत रही कि वहां कोई मौजूद नहीं था. 

स्थानीय लोगों ने निर्माण गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं और तत्काल कार्रवाई की मांग की है. विभागीय अधिकारियों को अब फैसला लेना होगा, वरना किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है.

कटे सागौन पेड़ मामले में हरकत में आया वन विभाग

दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा-गीदम राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे कीमती सागौन पेड़ की कटाई के एक सप्ताह पुराने मामले में आखिरकार वन विभाग ने कार्रवाई शुरू की है. कई दिनों तक राजस्व विभाग की रिपोर्ट का इंतजार करने के बाद अब पेड़ को जब्त कर कार्यालय लाने की प्रक्रिया शुरू की गई है.

विभाग ने मौके का निरीक्षण कर जांच प्रारंभ कर दी है. यह पता लगाया जा रहा है कि पेड़ किसने और किस उद्देश्य से काटा.
स्थानीय लोगों का कहना है कि वन संपदा की सुरक्षा में विभाग को पहले ही सक्रिय होना चाहिए था. पेड़ की लकड़ी मौके पर कई दिन पड़ी रही, जिससे नुकसान की आशंका बनी रही.

अब विभाग दोषियों की पहचान कर वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की तैयारी में है. लोगों ने उम्मीद जताई है कि आगे ऐसी घटनाओं पर समय रहते रोक लगेगी.

मक्के की फसल को भारी बारिश से नुकसान

बस्तर। किसानों के लिए इस बार खरीफ सीजन निराशाजनक साबित हो रहा है. लगातार बारिश के कारण मक्के की फसल बर्बाद होने लगी है. कई जगहों पर खेतों में पानी भर गया है, जिससे पौधे सड़ने लगे हैं. किसानों का कहना है कि जब पौधों में फल आ रहे थे, तभी भारी वर्षा ने नुकसान पहुंचाया.

40 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में मक्के की खेती हुई है, लेकिन उत्पादन उम्मीद से कम रहेगा. अब जब फसल पककर तैयार है, तब भी लगातार बारिश से कटाई नहीं हो पा रही. मिट्टी में नमी अधिक होने से फसल सूख भी नहीं पा रही है. किसानों का कहना है कि इस बार लागत वसूलना भी मुश्किल हो गया है.

खराब सड़कों को लेकर कांग्रेस का अनोखा प्रदर्शन

दंतेवाड़ा। नेशनल हाईवे-63 और गीदम-बारसूर स्टेट हाईवे की बदहाली को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अनोखा प्रदर्शन किया. कार्यकर्ता गड्ढों में मछली पकड़ने का जाल लेकर पहुंचे और सरकार से पूछा – “ये सड़क है या तालाब?”

कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि बस्तर को आंध्र, तेलंगाना और महाराष्ट्र से जोड़ने वाला यह मार्ग अब जानलेवा बन चुका है.
प्रदर्शन के दौरान एक बाइक सवार भी गड्ढे में फंसकर गिर पड़ा. ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ट्रिपल इंजन सरकार में सड़कों का हाल सबसे खराब है. स्थानीय लोगों ने बताया कि कई हादसे इन गड्ढों के कारण हो चुके हैं. नेताओं ने मांग की है कि मरम्मत कार्य तुरंत शुरू किया जाए, वरना आंदोलन और तेज किया जाएगा.

कुम्हररास डेम में बैंबू राफ्टिंग की शुरुआत

दंतेवाड़ा। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिले में कुम्हररास और चंदेनार के बीच बने तालाब में अब बैंबू राफ्टिंग की शुरुआत हो गई है. शनिवार से यह गतिविधि शुरू की गई, जहां पहले से बोट और नौका विहार की सुविधा भी मौजूद है. तालाब चारों ओर से पहाड़ियों से घिरा है, जो इसे और आकर्षक बनाता है. स्थानीय महिला समूहों द्वारा कैंटीन और ढाबा संचालित किए जा रहे हैं, जिससे रोजगार के अवसर बढ़े हैं.

ठंड के मौसम में यहां प्रवासी पक्षियों का आगमन भी होता है. इसके अलावा बारसूर के बूढ़ा तालाब में जिप लाइन शुरू करने की तैयारी अंतिम चरण में है. यह जिप लाइन राज्य की सबसे लंबी होने जा रही है, जो तालाब के 50 फीट ऊपर रोमांच का नया अनुभव देगी.

नीति आयोग से देश में प्रथम पुरस्कार

कोंडागांव। नीति आयोग, भारत सरकार द्वारा आयोजित ‘पॉलिसी फॉर स्टेट्स यूज केस चैलेंज’ में कोंडागांव जिला देशभर में प्रथम स्थान पर रहा है. यह सम्मान स्वास्थ्य और पोषण श्रेणी में मिला है, जो गर्भवती महिलाओं में एनीमिया की रोकथाम पर आधारित है.

कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना को यह पुरस्कार मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री अकादमी में प्रदान किया गया.
इस पहल में डेटा आधारित विश्लेषण, निगरानी और सामुदायिक भागीदारी से उल्लेखनीय परिणाम हासिल हुए.

गर्भवती महिलाओं को नियमित आयरन-फोलिक एसिड की खुराक, पोषण प्रशिक्षण और स्वास्थ्य जांच दी गई.
नीति आयोग ने इस मॉडल को देश के आकांक्षी जिलों के लिए अनुकरणीय उदाहरण बताया है.
कोंडागांव ने एक बार फिर अपने नवाचार से राष्ट्रीय पहचान बनाई है.

100 दिन तक एनआईसीयू में लड़ा जीवन संग्राम

बीजापुर। बस्तर जिला अस्पताल में 700 और 750 ग्राम वजन के जुड़वा बच्चों के जन्म के बाद एक शिशु को नहीं बचाया जा सका, लेकिन दूसरा बच्चा 100 दिन बाद पूरी तरह स्वस्थ हो गया. यह सफलता अस्पताल की एनआईसीयू टीम, डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की अथक मेहनत का परिणाम है. अब उस शिशु का वजन बढ़कर 1.75 किलो हो गया है.

भट्टीगुड़ा निवासी 25 वर्षीय ललिता गोटे को समय से पहले प्रसव पीड़ा होने पर भर्ती किया गया था. जटिल प्रसव के बावजूद डॉक्टरों ने दोनों बच्चों को जन्म दिलाया. एक बच्चे की मौत के बाद दूसरा बच्चा 100 दिन तक एनआईसीयू में जीवन से संघर्ष करता रहा. अब वह पूरी तरह स्वस्थ है और परिवार ने अस्पताल की टीम का आभार जताया है.

बिहार चुनाव में सख्त सुरक्षा, बस्तर के जवान रवाना

जगदलपुर। बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार “बुलेट पर बैलेट भारी पड़ेगा” — इसके लिए बस्तर के 750 से ज्यादा सीआरपीएफ जवान रवाना हुए हैं. जवान रविवार रात 10 बजे इलेक्शन स्पेशल ट्रेन से बरौनी (बिहार) के लिए निकले. इनके साथ सौ से अधिक वाहन सुरक्षा सामग्री लेकर स्टेशन तक पहुंचे.

जवानों ने रवाना होने से पहले कहा कि इस बार कोई भी असामाजिक तत्व मतदान प्रक्रिया को बाधित नहीं कर पाएगा. बिहार चुनाव हमेशा चुनौतीपूर्ण माना जाता रहा है, लेकिन इस बार सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. छठ पूजा के बाद होने वाले मतदान में बुलेट से बैलेट की सुरक्षा बस्तर के ये जवान संभालेंगे. 29 बोगियों की यह ट्रेन सुरक्षा बलों से पूरी तरह भरी हुई थी.