कोंडागांव। प्रदेश के अन्य जिलों के साथ कोंडागांव में आज से धान खरीदी शुरू हो रही है. जिले को इस वर्ष 3 लाख 33 हजार मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य प्राप्त हुआ है.
15 नवंबर तक चलने वाले धान खरीदी के संबंध में जिला खाद्य अधिकारी नवीन चंद श्रीवास्तव ने बताया कि इस वर्ष भी जिले में पिछले वर्ष की तरह कुल 67 धान उपार्जन केंद्र स्थापित किए गए हैं. धान खरीदी केंद्रों में प्रभारियों और ऑपरेटरों की नियुक्ति कर दी गई है ताकि किसानों से सुचारू और व्यवस्थित रूप से धान खरीदी की जा सके.

उन्होंने बताया कि शासन के निर्देशानुसार जिले को धान के अवैध परिवहन और भंडारण पर रोक लगाने के लिए जिला स्तरीय उड़नदस्ता टीम का गठन किया गया है, जिसके माध्यम से अब तक 10 प्रकरण दर्ज किए जा चुके हैं. यह कार्रवाई आगे भी निरंतर जारी रहेगी.
स्वास्थ्य कर्मियों को डायबिटीज की रोकथाम के लिए दिया गया प्रशिक्षण
कोंडागांव। स्वास्थ्य विभाग, यूनिसेफ एवं एकम फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में 12 और 13 नवम्बर को दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित किया गया. इस प्रशिक्षण का उद्देश्य गैर-संचारी रोगों, विशेषकर टाइप-1 डायबिटीज के बारे में सामुदायिक स्वास्थ्य कर्मियों को जागरूक एवं प्रशिक्षित करना था.
कार्यक्रम का आयोजन सीएमएचओ डॉ. आरके चतुर्वेदी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. भावना महलवार एवं यूनिसेफ स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. गजेंद्र सिंह के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ. प्रशिक्षण के दौरान शिशु राज्य विशेषज्ञ डॉ. रुद्र कश्यप ने टाइप-1 डायनिटीज पर विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह रोग प्रदेश में तेजी से उभरता हुआ एक गैर-संचारी रोग है, जिसे समय रहते पहचानना और प्रबंधित करना अत्यंत आवश्यक है.
प्रशिक्षण में 145 स्वमुदायिक स्वास्थ्य कर्मियों एवं अन्य स्टाफ को रोग के लक्षणों की पहचान, परामर्श तकनीक, सामुदायिक जागरूकता, नैदानिक प्रबंधन, पेशेंट सपोर्ट ग्रुप की भूमिका तथा राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत की जाने वाली पहल की जानकारी दी गई. इस प्रशिक्षण को सफल बनाने में एनसीडी नोडल अधिकारी डॉ. ममता ठाकुर एवं जिला एनसीडी सलाहकार डॉ. जे. विनय जोएल का विशेष योगदान रहा.
बस्तर हाईस्कूल में प्रदेश की पहली अत्याधुनिक स्मार्ट क्लास
जगदलपुर। जगतू माहरा शासकीय बहुउद्देश्यीय उच्वत्तर माध्यमिक शाला अर्थात बस्तर हाई स्कूल आने वाले 17, 18 और 19 नवंबर की अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश करने जा रहा है. इस अवसर को यादगार बनाने पूर्व विद्यार्थी जुटे हैं,
इसी कड़ी में पूर्व विद्यार्थी शैलेन्द्र सिंह ठाकुर ने अपने पिता देवेन्द्र सिंह ठाकुर की स्मृति में इस स्कूल को अनुपम सौगात दी है. उन्होंने स्कूल की दो कक्षाओं को हाइटेक डिजिटल क्लास में परिवर्तित किया है, जो छत्तीसगढ़ का पहला विश्व स्तरीय अत्याधुनिक स्मार्ट होगा.
स्कूल शिक्षा मंत्री, सांसद, विधायक और महापौर करेंगे. शैलेन्द्र ने बताया कि उनके प्रेरणा स्रोत भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम रहे हैं. रायपुर में उन्हें कलामजी से भेंट करने का सौभाग्य मिला था. डॉ कलाम ने कहा था कि बस्तर की संस्कृति को विज्ञान से जोड़ने काम कीजिये. इसी वाक्य को गांठ बाँधकर जुट गया हूं.
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