स्पोर्ट्स डेस्क. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) 27 जून को अहमदाबाद में होने वाली आमसभा की विशेष बैठक (एसजीएम) में आगामी आईसीसी वनडे विश्व कप की तैयारियों की देखरेख के लिए कार्यसमूह का गठन करेगा. बोर्ड द्वारा एसजीएम में यौन उत्पीड़न रोकथान (पीओएसएच) संबंधी नई नीति को भी मंजूरी मिलेगी. एसजीएम के पांच सूत्रीय एजेंडे में बुनियादी ढांचा विकास और सब्सिडी उपसमिति का गठन, प्रदेश टीमों में फिजियोथेरेपिस्ट और ट्रेनर की नियुक्ति संबंधी दिशा निर्देश, आईसीसी विश्व कप 2023 के लिए कार्यसमूह का गठन, महिला प्रीमियर लीग की समिति का गठन और यौन उत्पीड़न रोकथाम नीति को स्वीकृति देना शामिल है.

बता दें कि बीसीसीआई सचिव कार्यालय ने गरुवार को एसजीएम का नोटिस अपने सहयोगियों को भेजा है. कार्यसमूह का गठन लंबे समय से लंबित है. हालांकि कार्यसमूह को सबसे पहले उन स्थानों के लिए अंतिम रूप देने का काम सौंपा जा सकता है, जो लंबे समय से लंबित है. इसके अलावा उसे मार्की इवेंट और फिर टूर्नामेंट का सुचारू संचालन सुनिश्चित करना होगा. बीसीसीआई विमेंस प्रीमियर लीग समिति और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट एंड सब्सिडी कमेटी को विशेष और उप-समितियों की सूची में जोड़ा जाएगा. इन समितियों को नियुक्त करने के लिए सामान्य निकाय की आवश्यकता होती है.

बीसीसीआई के पूर्व मुख्य अधिकारी (सीईओ) राहुल जौहरी के खिलाफ आरोपों के दौरान यौन उत्पीड़न नीति की अनुपस्थिति को उजागर किया गया था. इसके बाद बोर्ड ने चार सदस्यीय आंतरिक शिकायत समिति बनाई थी लेकिन संशोधित नीति में नई समिति में और सदस्यों को जोड़ा जाएगा. एसजीएम में यह देखना दिलचस्प होगा कि बीसीसीआई राज्य की टीमों के लिए फिजियो और स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच की नियुक्ति के लिए न्यूनतम योग्यता क्या तय करता है. विश्व कप कार्यसमूह में बीसीसीआई अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष, कार्यवाहक सीईओ और अन्य वरिष्ठ अधिकारी होंगे. बोर्ड ने विश्व कप के मैचों की मेजबानी कर रहे सभी स्टेडियमों का बुनियादी ढांचा बेहतर करने के लिए कोष आवंटित कर दिए हैं.

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