नासिर हकीम, महासमुंद। बागबाहरा रेंज में शनिवार सुबह भालू के हमले से तेंदुकोना, भदरसी और बाम्हन सरा में पांच ग्रामीण घायल हो गए. ग्रामीणों ने घायलों को उपचार के लिए समीपस्थ अस्पताल ले जाया गया, जहां इनका प्राथमिक उपचार किया गया. सभी घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई गई है.

भदरसी निवासी कलानाथ सुबह साढ़े पांच बजे घर से खेत जाने निकले, इसी दौरान जंगल से निकले भालू ने उनपर पीछे से हमला कर घायल कर दिया. कलानाथ ने शोर मचाया तो घर के अन्य सदस्य लाठी डंडा लेकर निकले, जिसके बाद भालू जंगल की ओर भाग निकला. इसी तरह शनिवार सुबह साढ़े पांच बजे बाम्हनसरा निवासी संतराम ध्रुव महुआ बीनने निकला था. इसी दौरान भालू ने अचानक उनपर हमला कर दिया, जिससे उनके दाहिने हाथ में चोट आई है.

अन्य घटना तेंदुकोना में हुई, जहां भालू के हमले से तीन लोग घायल हुए. तेंदुकोना निवासी हीरासिंह 40 पुत्र हरचंद पटेल शनिवार सुबह घर से घूमने निकले जिन पर भालू ने हमला कर घायल किया. तेंदुकोना की ही फूलबाई 61 पत्नी लाहौर सिंह सुबह सवा पांच बजे महुआ बिन रही थी, तभी भालू ने हमला किया। भालू ने महुआ बिन रहे रघुवर सिंह 60 पुत्र गोतराम यादव पर भी हमला किया. हालांकि, किसी भी घटना में भालू लोगों को अधिक नुकसान नहीं पहुंचा पाया. लोगों की सक्रियता से बड़ी घटना टल गई.

फायर वाचर के भरोसे सुरक्षा

वनों की आगजनी रोकने वन विद्यालय प्रशिक्षण शाला से 40 प्रशिक्षुओं को जिले के पांच परिक्षेत्र में बांटा गया है. ये ब्लोअर मशीन, अग्निशमन पेटी, फायर वाचर के सहयोग से आग पर काबू पाने प्रयासरत हैं. इधर छग वन कर्मचारी संघ के बैनर तले वन रक्षक वन कर्मी सभी अपनी मांगों को लेकर 13 दिनों से हड़ताल पर हैं. हड़ताल से वन्य क्षेत्र वन्य जीवों का बुरा हाल है. लकड़ी चोर से लेकर शिकारी सभी सक्रिय हैं. वनों में आगजनी की घटनाएं बढ़ गई है. इधर वन्य क्षेत्रों में पेयजल की भी दिक्कत है. वनों की निगरानी नहीं हो रही है.