गौरव जैन, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। मरवाही वनमंडल के वन परिक्षेत्र गौरेला की सीमा से लगे ATR 264 RF कबीर परिसर बफर जोन में लकड़ी तस्करों पर बड़ी कार्रवाई की गई है. बताया जा रहा है कि इस तस्करी में बीट गार्ड का भी हाथ है. उसी के सह पर ये तस्करी हो रही थी, जो वन अमले की टीम को देखकर रफूचक्कर हो गया.

मिली जानकारी के अनुसार बीती रात को गौरेला वन परिक्षेत्र के कर्मचारियों को मुखबिर से सूचना मिली थी. जंगल के अंदर से अवैध रूप से पेड़ों की कटाई की गई है, जिसके बाद वन विभाग ने पीछा करते हुए धर पकड़ की कार्रवाई की.

इसमें सोनालिका ट्रैक्टर की ट्रॉली में लदे 55 नग साल चिरान को अवैध परिवहन करते चार लकड़ी चोरों को पकड़ा गया. साल के अवैध रूप से काटे गए पेड़ों को चोरों ने छोटे छोटे हिस्सों में कर दिया था, जिसकी कीमत लगभग 2 लाख रुपये से ज़्यादा की बताई जा रही है.

जब्ती ट्रैक्टर ट्रॉली और चोरी की लड़की की कुल कीमत 10 लाख रुपये के आसपास की है. वन विभाग ट्रैक्टर को राजसात कर तस्करों पर कार्रवाई कर रहा है. चोरी की ये घटना ATR के क्षेत्र में हुई है, इसलिए गौरेला वन विभाग ने तस्कर, ट्रैक्टर और लकड़ी सहित परिक्षेत्र अधिकारी ATR केंवची बफर को शेष कार्रवाई के लिए सौंप दिया है.

जानकारी मिली है कि लकड़ी चोरों को जब पकड़ा गया था, तो उनके साथ ATR का बीट गॉर्ड भी मौजूद था. इसका मतलब है कि वन विभाग के इस बीट गॉर्ड की सहमति से तस्करी हो रही थी. इसकी भी संलिप्तता थी. गौरेला वन विभाग के कर्मचारियों को देख कर ये बीट गॉर्ड भाग गया. बीट गॉर्ड की बाइक मौके पर मिली है, जिस पर फॉरेस्ट लिखा हुआ है. बहरहाल, ये जांच का विषय है कि संलिप्तता है या नहीं.