सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर- छत्तीसगढ़ में मतदान दल में शामिल वाहन चालक और कंडेक्टर मतदान से वंचित हो रहे हैं, जो शत-प्रतिशत मतदान कराने के तमाम दावों की पोल खोल कर रख दी है. एक तरफ मतदान बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग तमाम कोशिश कर रही लेकिन वहीं मतदान कार्यों में लगे अधिकारी ही पलीता लगा रहे हैं.

दरअसल, विधानसभा चुनाव में लगभग 16 सौ बस निर्वाचन आयोग ने अधिग्रहित किया गया था, जिसमें वाहन चालक और कंडेक्टर मिलाकर कर 32 सौ मतदाता होते हैं, जिन्हें बैलेट पेपर से मतदान करने का होता है, लेकिन निर्वाचन में लगे सेक्टर अधिकारियों के लापरवाही से ज्यादातर ड्राइवर और मतदाता मतदान नहीं कर पाएं.

इसका खुलासा विधानसभा चुनाव में लगे ड्राइवर और कंडेक्टरों ने किया है कि हम मतदान दल को लेकर अपने क्षेत्र से दूर-दूर जाते हैं लेकिन हम लोग ही मतदान नहीं कर पाते है, हम अपनी बात लल्लूराम डॉट कॉम के माध्यम से सरकार एवं निर्वाचन कार्यालय तक पहुंचाना चाहते हैं और जिम्मेदार अधिकारी से पूछना चाहते हैं कि हमें मतदान करने से क्यों रोका जाता है. क्षेत्र में तैनात जिम्मेवार अधिकारी की लापरवाही की वजह से मतदान नहीं कर पाएं. लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव में मतदान कार्य में लगे तमाम ड्राइवर और कंडेक्टर मतदान कर सकें, इसलिए इस लापरवाही की ओर ध्यान दिया जाए.

वहीं मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुब्रत साहू ने कहा कि जो मतदान दल में शामिल होते हैं, उन्हें बाद में मतदान करने के लिए आवेदन देना होता है, आवेदन में गलत जानकारी होने के स्थिति में आवेदन रद्द हो जाता है.