आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेता रहे कैलाश गहलोत ने बीजेपी में आते ही दिल्ली विधानसभा चुनाव समन्वय समिति का सदस्य नियुक्त किया है. हाल ही में, वे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले और विधानसभा चुनावों में बीजेपी को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की. भाजपा में शामिल होने के बाद दिल्ली के पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव समन्वय समिति का सदस्य बनना उनके लिए एक बहुत कठिन निर्णय था, लेकिन यह आवश्यक था.

2015 से जाट बहुल नजफगढ़ निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे गहलोत ने कहा, “मैंने आप को 10 साल दिए. यह फैसला मेरे लिए आसान नहीं था. यह बेहद भावनात्मक था. यह मेरे द्वारा लिए गए सबसे कठिन फैसलों में से एक था, लेकिन मेरा मानना है कि यह सर्वश्रेष्ठ था.”

गहलोत ने AAP नेताओं के उन आरोपों को भी खारिज कर दिया कि उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों के दबाव में पाला बदला है. उन्होंने कहा कि लोग बोलने से पहले नहीं सोचते, कम से कम उन्हें यह तो देखना चाहिए कि मेरे खिलाफ कितने आयकर आदेश लंबित हैं और मेरे घर की तलाशी के दौरान क्या मिला: कुछ भी नहीं. मैंने आपको दस साल दिए और यह फैसला मेरे लिए बहुत भावनात्मक था और जो कुछ हुआ, वह अच्छे के लिए हुआ और अब मैं भाजपा को मजबूत करने के लिए काम करूंगा. मैं अपनी लड़ाई खुद लड़ने में विश्वास करता हूँ.

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