नई दिल्ली। कोरोना वायरस का असर घटने के बाद अब फिर से बढ़ता दिख रहा है. खतरे को भांपते हुए फ्रांस सहित यूरोप के अनेक देशों ने फिर से राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की है. इन देशों को उम्मीद है कि लॉकडाउन से संक्रमण के फैलाव पर काबू पाया जा सकेगा.

फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रों ने देश में कोरोना वायरस के दूसरी लहर के बेहद खतरनाक होने का अंदेशा जताते हुए कहा कि अगर सख्त उपाय नहीं किए गए तो मरने वालों का आंकड़ा 4 लाख तक पहुंच सकता है. लॉकडाउन शुक्रवार से लागू होगा और एक दिसंबर तक रहेगा. हालांकि, देश में लगे पहले लॉकडाउन के मुकाबले इस बार ये अधिक लचीला रहेगा. इस दौरान सभी स्कूल, जनसेवाएं और जरूरी कार्यालय खुले रहेंगे.

फ्रांस के अलावा ब्रिटेन और जर्मनी भी दोबारा लॉकडाउन लगाने की तैयारी में हैं. जर्मनी ने तो एक माह के लिए दोबारा रेस्टोरेंट और बार बंद करने का आदेश तक जारी कर दिया है. जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने जर्मनी के शीर्ष अधिकारियों से प्रतिबंधों को सख्त करने को लेकर चर्चा की है.

यूरोप के कई देशों में दूसरी कोरोना लहर को देखते हुए नए प्रतिबंधों को लागू किया गया है. बेल्जियम ने सोमवार से नए प्रतिबंधों के साथ सभी बार- रेस्टोरेंट करीब एक माह बंद रखने का आदेश दिया है, वहीं इटली ने लोगों को घर से बाहर निकलने पर मास्क अनिवार्य कर किया है. यहां छह बजे के बाद बार और रेस्टोरेंट बंद होंगे.