सुप्रिया पांडेय, रायपुर. साधू के वेश में भिखारी. जी हां बिल्कुल सही सुना आपने. राजधानी रायपुर के भिखारी आजकल साधू का वेश धारण कर रहे हैं. ये रायपुर के गार्डन में तैयार होते हैं और चौक-चौराहों पर भीख मांगने के लिए निकल पड़ते हैं.

बता दें कि राजधानी रायपुर में भिखारी का वेश बदलकर साधू का वेश में भीख मांग रहे हैं. हट्टे-कट्टे भिखारी से जब हमारी टीम ने बातचीत की, तो उन्होंने कहा कि वे अनूपपुर के रहने वाले हैं काम करने के योग्य नहीं है, इसलिए यहां भीख मांग कर गुजारा करते हैं.

भिखारियों ने बताया कि उनका पूरा परिवार अनूपपुर में रहता है. उनसे फोन पर बात होती है, वहीं दूसरे भिखारी ने बताया कि वह राजस्थान से आए हैं और यहां छत्तीसगढ़ में भीख मांगते हैं. ये भिखारी रायपुर के तमाम उद्यानों पर एक बड़े से बैग में श्रृंगार का सामान रखते हैं. वहीं से भगवा वस्त्र और मस्तक पर तिलक लगाकर शान से भीख मांगने के लिए निकलते हैं.

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मामले में भिक्षुक पुनर्वास केंद्र की संचालक ममता शर्मा ने कहा कि आजकल साधू के वेश में भी भिक्षुक देखे जा रहे हैं ये लोगों से उनकी भविष्यवाणी बताने की बात कहते हैं और उसे पैसे की मांग करते हैं, इनका गैंग भी आजकल रायपुर में सक्रिय है, क्योंकि महाशिवरात्रि भी नजदीक है और छत्तीसगढ़ में राजिम पुन्नी मेला का आयोजन भी किया गया है, इसलिए भिक्षुकों ने साधू बनकर भीख मांगने का नया तरीका अपनाया है.