पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में एमबीबीएस स्टूडेंट से हुए गैंगरेप कांड को लेकर राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने ऐसी टिप्पणी कर दी है जिससे ममता सरकार की नींद उड़ जाएगी. उन्होंने मामले में गहरी चिंता जताते हुए कहा है कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा से यह स्पष्ट होता है कि बंगाल अब लड़कियों के लिए सुरक्षित समाज नहीं रहा. राज्यपाल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वयं घटनास्थल का दौरा किया. उन्होंने पीड़िता, उसके माता-पिता, डॉक्टरों और मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल से मुलाकात कर स्थिति का जायजा लिया.
राष्ट्रपति को सौंपी अपनी रिपोर्ट
इस दौरान उन्होंने अपनी एक रिपोर्ट भी तैयार की. राज्यपाल बोस ने बताया, ‘मैंने भारत के संविधान और कानून के शासन के आधार पर रिपोर्ट में अपनी टिप्पणियां दी हैं. इस संबंध में मेरी रिपोर्ट दिल्ली में सक्षम अधिकारियों, जिसमें राष्ट्रपति भी शामिल हैं, को भेज दी गई है.’ उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में महिलाओं के खिलाफ हो रही घटनाएं चिंताजनक हैं और यह दर्शाती हैं कि बंगाल में लड़कियों की सुरक्षा खतरे में है. राज्यपाल ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है.
दोस्त के साथ डिनर से लौटते वक्त हुई वारदात
पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में एक निजी मेडिकल कॉलेज की सेकेंड ईयर की एमबीबीएस स्टूडेंट के साथ 10 अक्टूबर 2025 की रात कथित गैंगरेप का मामला सामने आया, जब पीड़िता अपने एक पुरुष दोस्त के साथ कैंपस के बाहर डिनर के लिए गई थी. पीड़िता और उसका दोस्त डिनर के बाद लौट रहे थे, तभी 5 हमलावरों ने उन्हें रोक लिया. दोस्त उसे मौके पर छोड़कर भाग गया. हमलावरों ने पीड़िता को जंगल क्षेत्र में घसीट लिया और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. पीड़िता ओडिशा के बलासोर जिले के जलेश्वर की रहने वाली है.
पीड़िता को गंभीर चोटें आईं और उसका दुर्गापुर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. पुलिस ने शुरू में 3 आरोपियों अपू बाउरी, शेख फिरदौस और शेख रियाजुद्दीन को गिरफ्तार किया था. 13 अक्टूबर को दो और आरोपियों शेख साफीकुल और शेख नसीरुद्दीन को गिरफ्तार किया गया. बाद में पुलिस ने पीड़िता के उस दोस्त मुख्य आरोपी सफीक एसके को भी गिरफ्तार कर लिया जिसके साथ वह डिनर पर गई थी. पुलिस ने दावा किया है कि पीड़िता गिरफ्तार किए गए 6 आरोपियों में से एक के साथ रिलेशनशिप में थी. पुलिस का दावा है कि 10 अक्टूबर को जब ये घटना हुई, तब पीड़िता अपने ब्वॉयफ्रेंड मुख्य आरोपी सफीक एसके के साथ कॉलेज परिसर से बाहर गई थी.
पुलिस ने पीड़िता के दोस्त को भी किया गिरफ्तार
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिस आरोपी को सबसे आखिर में गिरफ्तार किया गया, वह पीड़िता का सहपाठी है और घटना वाली रात वे एक तयशुदा प्लान के तहत बाहर गए थे. पुलिस ने कहा कि पीड़िता गिरफ्तार किए गए अपने दोस्त के साथ रिश्ते में थी, हमने इसे साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत जुटाए हैं. व्हाट्सएप पर उनकी बातचीत भी इसकी पुष्टि करती है. पुलिस ने कहा कि दोनों ने (पीड़िता और उसके दोस्त ने) घटना के बारे में बार-बार अपने बयान बदले हैं. जांचकर्ताओं को संदेह है कि ये जानबूझकर जांच को गुमराह करने की उनकी कोशिश थी.
इस बीच पुलिस ने आगे की जांच के लिए क्राइम सीन की फिर से घेराबंदी की. अधिकारी ने पुष्टि की कि एक हिस्से को पहले ही सील कर दिया गया था, लेकिन गुरुवार को एक अतिरिक्त इलाके की घेराबंदी की गई. पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों और पीड़िता के सहपाठी से कई दौर की पूछताछ की गई है. एक बार आरोपियों आमने-सामने बिठाकर भी पूछताछ की गई है. वहीं, पीड़िता के पिता ने कहा कि ऐसा लगता है कि बंगाल औरंगजेब के शासन में है. मैं अपनी बेटी को वापस ओडिशा ले जाना चाहता हूं. उसकी जिंदगी पहले है, उसका करियर बाद में.
Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक