सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। केन्द्र की तीन नए कृषि कानून के खिलाफ भारत बंद के आह्वान पर छत्तीसगढ़ में भी किसान संगठन सड़क पर उतरकर अपना विरोध प्रदर्शन किया। किसानों के बंद का प्रदेश में व्यापक असर देखने को मिल रहा है। कांग्रेस के समर्थन के बाद राजधानी रायपुर सहित सभी जिलों में बंद सफल रहा।
राजधानी में बूढ़ा तालाब स्थित धरना स्थल में किसान संगठनों ने प्रदर्शन किया। आंदोलन में शामिल डॉ संकेत ठाकुर ने कहा कि तीनों कानून अंबानी-अडानी जैसे लोगों के हित के लिए लाए गए हैं। पहला कानून यह कहता है कि देश के किसी भी कोने में कॉरपोरेट सेक्टर किसानों से फसल खरीदी करने को स्वतंत्र है, दूसरा कानून कहता है कि कॉरपोरेट सेक्टर किसानों से कांट्रेक्ट फार्मिंग करने के लिए स्वतंत्र है कि जितना चाहे उस रेट में खरीदी कर सकते हैं। मनचाहे दाम पर किसानों से फसल की खरीदी कर सकते है, न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू नहीं होगा तीसरा कानून यह कहता है कि अंबानी अडानी जितना चाहे उतना माल किसानों से खरीद सकते हैं और उपभोक्ताओं को बेच सकते हैं। ये पूरी तरीके से कृषि विरोधी कानून है।
किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष रूपन चंद्राकर ने कहा कि रायपुर जिले के किसान संगठन के लोग यहां इकठ्ठे हुए है, हम रैली के माध्यम से रायपुर के हर चौक चौराहों पर जाकर व्यापारियों से अपील करेंगे कि वे अपनी दुकानों को बंद कर दें।