दिल्ली। मोदी सरकार ने देश की जानी मानी और दूसरी सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड को निजी हाथों में देने की तैयारी आखिरकार शुरू कर दी है।
सरकार इसका निजीकरण करने जा रही है। इसके लिए सरकार बेहद जल्द कंपनी के लिए उचित बोली लगाने के लिए कंपनियों व औद्योगिक घरानों से आवेदन आमंत्रित करने वाली है। गौरतलब है कि सरकार ने इसके बारे में बीस नवंबर को फैसला ले लिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने 20 नवंबर को सरकार की पूरी हिस्सेदारी बेचकर बीपीसीएल के निजीकरण का निर्णय लिया था।
माना जा रहा है कि सरकार के इस कदम का काफी विरोध होगा क्योंकि बीपीसीएल की कुल मार्केट वैल्यू फिलहाल 55 हजार करोड़ रुपये है। सरकार की मंशा अपनी 53.29 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 60 हजार करोड़ रुपये की कमाई करने का है। बीपीसीएल के फिलहाल देशभर में 15 हजार के करीब पेट्रोल पंप और लगभग 6 हजार एलपीजी वितरक हैं।
कंपनी, सरकार ने शुरू की बेचने की कार्रवाई
दिल्ली। मोदी सरकार ने देश की जानी मानी और दूसरी सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड को निजी हाथों में देने की तैयारी आखिरकार शुरू कर दी है।
सरकार इसका निजीकरण करने जा रही है। इसके लिए सरकार बेहद जल्द कंपनी के लिए उचित बोली लगाने के लिए कंपनियों व औद्योगिक घरानों से आवेदन आमंत्रित करने वाली है। गौरतलब है कि सरकार ने इसके बारे में बीस नवंबर को फैसला ले लिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने 20 नवंबर को सरकार की पूरी हिस्सेदारी बेचकर बीपीसीएल के निजीकरण का निर्णय लिया था।
माना जा रहा है कि सरकार के इस कदम का काफी विरोध होगा क्योंकि बीपीसीएल की कुल मार्केट वैल्यू फिलहाल 55 हजार करोड़ रुपये है। सरकार की मंशा अपनी 53.29 फीसदी हिस्सेदारी बेचकर 60 हजार करोड़ रुपये की कमाई करने का है। बीपीसीएल के फिलहाल देशभर में 15 हजार के करीब पेट्रोल पंप और लगभग 6 हजार एलपीजी वितरक हैं।