रायपुर। भरथरी गायिका सुरुज बाई खांडे के निधन के बाद अब उन्हें मरणोपरांत पद्म सम्मान दिए जाने की मांग उठने लगी है. यह मांग मरवाही विधायक अमित जोगी ने की है. यही नहीं जूनियर जोगी ने सूरुज बाई के नाम से एक अलग आयोग गठन करने की मांग की है जो कि छत्तीसगढ़ के बदहाल लोक कलाकारों के हितों की रक्षा कर सके.
अमित जोगी ने छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध लोक कलाकार और भरथरी गायिका सूरुज बाई खांडे के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है. अपने शोक सन्देश में जोगी ने कहा कि सूरुज बाई विलक्ष्ण प्रतिभा की धनी थीं. पूरे भारत के साथ ही 18 देशों में उन्होंने अपनी कला का डंका बजाते हुए छत्तीसगढ़ की लोक गायिकी को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई. उनका निधन प्रदेश सहित पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है.
जोगी ने कहा कि यह बेहद दुःखद है की जिस कलाकार ने पूरे विश्व में छत्तीसगढ़ का नाम रौशन किया उसे जीवनयापन करने के लिए आर्थिक संकट से गुजरना पड़ा. जोगी ने कहा कि आज हमारे प्रदेश के सैकड़ों लोक कलाकारों की भी लगभग यही दशा हो रखी है। उनको उचित सम्मान देने और उपेक्षा से बचाने के लिए यह अत्यावश्यक है कि लोक कलाकारों के लिए, स्वर्गीय सूरुज बाई खांडे के नाम से एक अलग आयोग का गठन किया जाए जो छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों के हितों की रक्षा कर सके।
अमित जोगी ने कहा कि सूरूज बाई के जीते जी वे जिस सम्मान की हकदार थीं वह तो उन्हें नहीं मिल सका। अब उनकी प्रतिभा का सम्मान करते हुए मरणोपरांत उन्हें पद्म सम्मान दिया जाए।