सेना की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि इस गणतंत्र दिवस की परेड में महिलाओं की ओर से अब तक की सबसे बड़ी सहभागिता देखी गई.

नई दिल्ली. 70वें गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर नारी शक्ति का अद्भुत नमूना देखने मिला. जहां राजपथ पर परेड करने वाली 144 पुरुषों की सैन्य टुकड़ी का नेतृत्व असम राइफल्स की एक महिला अफसर ने किया. वहीं बाइक स्टंट करने वाली फेमस डेयरडेविल टीम का नेतृत्व भी एक महिला के ही नाम रहा. इतना ही नहीं नेवी, इंडिया आर्मी सर्विस कॉर्प्स और कॉर्प्स ऑफ सिग्नल्स की एक टुकड़ी इन सभी का नेतृत्व महिलाएं कर रही होंगीं.

लेफ्टिनेंट भावना कस्तूरी भारतीय सेना की ऐसी पहली महिला अफसर बन गई, जो नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड में पुरुष दल का नेतृत्व किया. उनके नेतृत्व में भारतीय सेना के 144 जवान राजपथ पर मार्च में हिस्सा लिया. यह दूसरा मौका था जब भावना कस्तूरी को राजपथ पर मार्च करने का मौका मिला. वे 9 साल पहले भी राजपथ पर मार्च कर चुकी हैं. उस वक्त मे नेशनल कैडेट कॉर्प्स (NCC) का हिस्सा थीं.

आसानी से नहीं मिला भावना को यह पद

पुरुष दल का नेतृत्व करने वाली महिला बनने का लेफ्टिनेंट भावना का रास्ता इतना भी आसान नहीं था. मार्च को लीड करने के लिए स्क्रीनिंग होती है. लेफ्टिनेंट भावना ने उस स्क्रीनिंग में हिस्सा लिया और कई सारे सैन्य अधिकारियों को पछाड़कर लीड करने के लिए सेलेक्ट हुईं. इस टेस्ट में 4 अधिकारी शॉर्टलिस्ट हुए थे, जिनमें से अंतिम चयन में दो का चुनाव हुआ. इन्हीं दो में से एक भावना कस्तूरी भी थीं.

6 महीने की मेहनत के बाद हुआ चयन

रेडिफ.कॉम के साथ बातचीत में भावना कस्तूरी ने कहा, जब मैं सैन्य बलों के सुप्रीम कमांडर के सामने कमांड दूंगी और वह मेंरा सैल्यूट लेंगे, तो वह लम्हा वही होगा, जिसका मैंने सपना देखा है. उन्होंने यह भी कहा कि मैं काफी उत्साहित हूं और कोई भी अवॉर्ड, इस फीलिंग की बराबरी नहीं कर सकता है. यह मेरे लिए सबसे अच्छा उपहार है.

नृत्य करती हुई लेफ्टिनेंट भावना कस्तूरी