रायपुर. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने छत्तीसगढ़ के भिलाई इस्पात संयंत्र में विस्फोट से हुई 13 श्रमिकों की मौत को लेकर केंद्र और स्टील अथॉरिटी आॅफ इंडिया (सेल) के अध्यक्ष को नोटिस भेजा है. दुर्ग जिले में सरकारी कंपनी भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड के भिलाई संयंत्र में मंगलवार को विस्फोट हुआ था. जिसमें 13 लोगों की जान चली गयी थी और 10 अन्य घायल हुए थे. बाद में अस्पताल में दो और ने दम तोड़ दिया था.

आयोग ने एक बयान में कहा कि उसने इस औद्योगिक घटना के बारे में खबरों का स्वत: संज्ञान लिया है. उसने इस्पात मंत्रालय के सचिव और सेल के अध्यक्ष को नोटिस जारी किया है और उनसे घटना की जांच, यदि उसका आदेश दिया गया हो, साथ ही प्रभावित परिवारों के राहत एवं पुनर्वास एवं घायलों के इलाज को लेकर उठाये गये कदमों समेत विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.

आयोग ने यह भी जानना चाहा है कि भविष्य में ऐसी घटना न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए क्या क्या कदम उठाये गये हैं. इसके अलावा दुर्ग के पुलिस अधीक्षक को इस मामले में दर्ज की गयी प्राथमिकी का ब्योरा और जांच की स्थिति से अवगत कराने को कहा गया है. संबधित अधिकारियों से चार हफ्ते में जवाब मांगा गया है.

10 अक्टूबर को किए गए मीडिया रिपोर्टों के अनुसार यह घटना ऊर्जा प्रबंधन विभाग द्वारा रखरखाव कार्य के दौरान हुई थी. एक निर्धारित रखरखाव के दौरान गैस कोक ओवन बैटरी कॉम्प्लेक्स 11 पर गैस पाइपलाइन में आग लग गई थी. जिसकी चपेट में आने से 13 लोगों की मौत हो गई थी. कई गंभीर रुप से घायल हो गए.

रिपोर्ट के अनुसार, रखरखाव का काम स्वयं एक बेहद अस्थिर प्रक्रिया है और यह स्पष्ट है कि प्रक्रिया के दौरान कुछ गलत हो गया था. विस्फोट के समय 23 लोग पाइपलाइन के पास काम कर रहे थे. जैसा कि बताया गया है. पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि कार्रवाई पूरी हो चुकी है और 304 ए आईपीसी का मामला दर्ज किया जाएगा.