
बाराबंकी। रामसनेहीघाट मस्जिद को तोड़ जाने पर तेज हो रही सियासत के बीच भीम आर्मी ने भी इस पर विरोध दर्ज कराया है. पार्टी ने उपजिलाधिकारी समेत अन्य अधिकारियों के खिलाफ न्यायिक जांच के साथ मस्जिद के पुर्ननिर्माण के लिए जिला अधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा है.
भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्र शेखर आजाद के आदेशानुसार जनपद बाराबंकी आज़ाद समाज पार्टी/भीम आर्मी का प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा. एडवोकेट वसीह हैदर ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी में उच्च न्यायालय ने किसी भी प्रकार की संपत्ति का किसी भी तरीके से ध्वास्तीकरण नहीं करने का आदेश दिया है, लेकिन तहसील प्रशासन ने न्यायालय की अवमानना करते हुए मस्जिद को शहीद कर दिया है.
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उन्होंने कहा कि जो संपत्ति वक्फ में दर्ज होती है, उससे संबंधित मामले, शिकायत और विवाद को सुनने का अधिकार सिर्फ वक्फ न्यायाधिकरण को ही है. ऐसे समय में कोई अन्य अधिकारी उसकी सुनवाई कैसे कर सकते हैं या उसके खिलाफ कोई भी आदेश कैसे पारित कर सकते हैं. ज्ञापन देने में हरिनंदन सिंह गौतम जिला अध्यक्ष आजाद समाज पार्टी वसीह हैदर एडवोकेट सदस्य आजाद समाज पार्टी शिव बरन सिंह जिला अध्यक्ष भीम आर्मी शिवकरण मौजूद थे.
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