आमोद कुमार/भोजपुर। जिले में स्पेशल विजिलेंस टीम ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए पंचायत सचिव को रिश्वत लेते समय पकड़ लिया। गिरफ्तार सचिव की पहचान जितेंद्र प्रसाद के रूप में हुई है जो आरा सदर प्रखंड के पिरौटा और दौलतपुर पंचायतों का प्रभारी सचिव था। टीम ने उसे 10 हजार रुपये की घूस लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया जिसके बाद पंचायत कार्यालय में हड़कंप मच गया।

शिकायत के बाद बिछाया गया जाल

जानकारी के मुताबिक पूर्वी चंपारण के गोरे गांव निवासी नवीन कुमार ने शिकायत दर्ज कराई थी कि जन्म प्रमाणपत्र निर्गत करने के बदले 20 हजार रुपये की अवैध मांग की जा रही है। प्राथमिक जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद विजिलेंस टीम ने ट्रैप ऑपरेशन चलाया और तय समय पर सचिव को रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया।

पूछताछ में बीडीओ की संलिप्तता का दावा

विजिलेंस डीएसपी चंद्र भूषण प्रसाद श्रीवास्तव के अनुसार गिरफ्तार सचिव ने पूछताछ के दौरान यह स्वीकार किया कि इस प्रकरण में बीडीओ की भी भूमिका रही है। फिलहाल आरोपी से विस्तृत पूछताछ जारी है और अन्य संबंधित अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।

सचिव का बैकग्राउंड और आगे की कार्रवाई

जितेंद्र प्रसाद शेखपुरा जिले के कुसुम्हा गांव का निवासी है। विजिलेंस विभाग इस कार्रवाई को जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण सफलता मान रहा है। मामले में आगे कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है।