अजय शर्मा,भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के रातीबड़ स्थित बिलाबॉन्ग स्कूल (Billabong School) में साढ़े 3 साल की बच्ची से दुष्कर्म मामले प्राचार्य और डॉयरेक्टर समेत 4 पर एफआईआर दर्ज हो गई है. जिन पर मामला दर्ज हुआ है, उनमें चेयरपर्सन प्रमोटर नज़्म जमाल, चेयरमैन ऑपरेशन फैजल अली, प्रिंसिपल आशीष अग्रवाल और ट्रासपोर्ट मैनेजर सय्यद बिलाल शामिल है. चारों के खिलाफ 188, पाक्सो एक्ट-21 में मामला दर्ज हुआ है. अपराध दबाने के आरोप में पाक्सो एक्ट-21 लगाई गई है. सीएम शिवराज की सख्ती के बाद भोपाल पुलिस का बड़ा एक्शन लिया है. इस मामले की खुद पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

इस मामले की जांच के लिए आज एसआईटी की टीम स्कूल पहुंची थी. एसआईटी की टीम मामले में स्कूल प्रबंधन से बातचीत की. पुलिसकर्मियों ने सभी बसों की जांच की. पूरे मामले में स्कूल प्रबंधन की भी लापरवाही सामने आई थी. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि आज स्कूल मालिक को बुलाया गया है. दोषी पाए जाने पर स्कूल मालिक के खिलाफ भी कार्रवाई होगी.

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कलेक्टर अविनाश लवानिया ने राजधानी भोपाल के स्कूलों की जांच करने के निर्देश दिए हैं. एसडीएम, डीएसपी, शिक्षा विभाग और नगर निगम जांच करेगा. जिला प्रशासन के नेतृत्व में गठित दल अलग-अलग बिंदुओं पर जांच करेगा. नियमों का पालन नहीं करने वाले स्कूलों पर कार्रवाई होगी.

वहीं मासूम के साथ दुष्कर्म मामले में आरोपी ड्राइवर और सहयोगी महिला जेल भेज दिया है. आरोपी ड्राइवर के साथ कंडेक्टर ने भी माना कि बच्ची के साथ गलत काम हुआ है. नेहरू नगर से कलियासोत डैम के बीच घटना हुई थी. आरोपियों से पूछताछ और मामले की जांच के बाद पुलिस ने कोर्ट में पेश किया था.

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले में संज्ञान लिया था. भोपाल के एक स्कूल बस में हुई घटना को पूरी गंभीरता से लिया गया है. उक्त प्रकरण में अपराधियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. दुष्कर्म की इस घटना को चिन्हित अपराध की श्रेणी में लिया गया है. जिससे प्रकरण की सुनवाई जल्द से जल्द हो सके. सीएम ने यह भी कहा है कि इस मामले में कठोर सेकठोरसजा दिलाने की कार्रवाई शीघ्र सुनिश्चित की जा सके.

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