अमृतांशी जोशी,भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election 2023) जैसे जैसे करीब आ रहे है नेताओं के बीच जुबानी जंग भी बढ़ती जा रही है। बुधवार को पूर्व सीएम कमलनाथ छिंदवाड़ा में रोजा इफ्तार पार्टी में शामिल हुए थे। यहां उन्होंने कहा था कि अब आपको छिंदवाड़ा संभालना है। मुझे प्रदेश संभालने दीजिए।आप चाहते हैं कि मैं यहां बंधकर रह जाऊं तो मैं बंध कर रह जाता हूं।आप सब जगह देख रहे हैं क्या हो रहा है,पूरे देशभर में क्या हो रहा है। पूरे देशभर में ये दंगे-फसाद करा रहे हैं। वहीं कमलनाथ के इस बयान पर सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने भी पलटवार किया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमलनाथ रोजा इफ्तार में जाकर दंगे फसाद की बात कहकर क्या कहना चाहते हैं, डर दिखाओ,वोट पाओ.सीएम ने कहा कि इससे उनकी कुटिलता जाहिर होती है। एक तरफ वे हनुमान भक्त होने का प्रचार करवाते हैं,दूसरी तरफ रोजा इफ्तार में जाकर दंगे-फसाद की बात कहकर क्या कहना चाहते हैं। क्या वे सबको एकत्र कर उनके वोट हासिल करने गए थे। शिवराज ने कहा कि यह स्तरहीन और घटिया राजनीति है। मध्य प्रदेश शांति का टापू है। प्रेम स्नेह और सद्भाव के साथ प्रदेश की जनता त्योहार मनाती है।
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सीएम शिवराज ने कहा कि शांति और सद्भाव के साथ रामनवमी और हनुमान जयंती का त्यौहार मनाया गया। लेकिन कांग्रेस को यह रास नहीं आता। सीएम ने कहा क्या वोट के लिए धर्म और जातियों में लोगों को भड़काया जाएगा। कमलनाथ बताएं मध्यप्रदेश में कहा दंगे भड़क रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप कुछ भी कर लें मध्यप्रदेश को दंगे की आग में नहीं जलने देंगे। यहां अमन और चैन कायम रहेगा। सीएम ने कहा कि 2018 में चुनाव से पहले जब कमलनाथ मुख्यमंत्री नहीं थे तब भी वह कह रहे थे कि मुसलमानों के पोलिंग बूथ पर 90% वोट क्यों पड़ रहे वोट डलवाओ नही तो नुकसान हो जाएगा। कमलनाथ का वीडियो सब ने देखा है। वोटों की भूख में इतने पागल हो गए कि मध्यप्रदेश को अशांति और वैमनस्य में धकेलना चाहते है। कांग्रेस मुसलमानों को वोट बैंक मानकर काम करती है।
बता दें कि इससे पहले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि जहर उगलना कांग्रेस की परंपरा है। रोजेदारों के बीच बैठकर विष वमन करना,भय, अलगाव पैदा करना, ये कांग्रेस की परंपरा सी बनती जा रही है। गृहमंत्री मिश्रा ने कहा कि पिछले चुनाव में भी इन्होंने अल्पसंख्यक समाज के बीच बैठकर इस तरह की बातें की थीं.कब तक कमलनाथ जी इस तरह की सांप्रदायिकता का विष वमन करते रहेंगे।
कमलनाथ ने ट्वीट कर किया पलटवार
इधर कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि शिवराज जी कुछ दिन पहले आप मेरा अंत करना चाहते थे और आज आपने मुझे पागल कहा है। पूरी दुनिया देख रही है कि मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री कैसी हरकतें कर रहा है? उसके भीतर की सारी सभ्यता, मर्यादा और संस्कार समाप्त हो चुके हैं। वह सड़क छाप गुंडों की भाषा बोल रहा है।
मुझे अपने अपमान की फिक्र नहीं है। मैं तो पिछले 44 साल से मध्य प्रदेश की जनता की सेवा कर रहा हूं और आखिरी सांस तक करता रहूंगा। लेकिन मुझे दुख इस बात का है कि मध्य प्रदेश जैसे महान राज्य के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर ऐसे कुंठित विचारों वाला व्यक्ति बैठा है। ऐसे व्यक्ति का मुख्यमंत्री होना प्रदेश की 8 करोड़ जनता का अपमान है। लेकिन मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि आप का षड्यंत्र कामयाब नहीं होगा।
कमलनाथ ने कहा कि शिवराज जी मध्य प्रदेश शांति का टापू था और रहेगा। लेकिन आपने अपने 18 साल के कुशासन में मध्यप्रदेश की शांति भंग कर दी है। जब आप सुबह मीडिया से मुखातिब होकर मुझे गालियां दे रहे थे, तब भी मुख्यमंत्री आवास के बाहर हजारों कर्मचारी आप के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। आपने नौजवानों से रोजगार छीन लिया है, किसानों से उपज का सही मूल्य छीन लिया है, बहनों से उनकी सुरक्षा छीन ली है, अल्पसंख्यक, दलित और आदिवासियों से सामाजिक न्याय छीन लिया है, पिछड़ा वर्ग से कांग्रेस का दिया आरक्षण छीन लिया है, सामान्य वर्ग से विकास की संभावनाएं छीन ली हैं। आपने हर वर्ग के जीवन से सुख शांति का हरण कर लिया है। आपने 18 साल में पूरी एक पीढ़ी बर्बाद कर दी है। इतिहास आपको कभी माफ नहीं करेगा।
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