अजय शर्मा,भोपाल। मध्यप्रदेश में आयुष्मान भारत योजना के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले डॉक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. भोपाल के वैष्णो मल्टी स्पेशयलिटी हॉस्पिटल के डॉ विवेक सिंह परिहार को क्राइम ब्रांच पुलिस ने अरेस्ट किया है. फर्जी दस्तावेज तैयार कर लाखों का फर्जीवाड़ा किया और सरकार से लेकर मरीज के परिजनों को चूना लगाया था. क्राइम ब्रांच पुलिस डॉक्टर से पूछताछ कर रही है.
दरअसल आयुष्मान भारत योजना में कई अस्पताल गड़बड़ी कर रहे हैं. जिसकी शिकायतें भी सामने आ रही है. राज्य सरकार आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा रोकने ऑडिट कराएगी. जिससे योजना में फर्जीवाड़े का खुलासा हो सके.यही वजह है कि आयुष्मान भारत योजना में ही फर्जीवाड़े को लेकर वैष्णो मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल के संचालक विवेक परिहार के खिलाफ कल धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था. आज गिरफ्तारी हो गई है. डॉक्टर के एमबीबीएस मार्कशीट की भी जांच होगी. मुख्यमंत्री स्वेच्छा अनुदान योजना में भी फर्जीवाड़ा किया है. अस्पताल के नाम के लेटर मंत्रालय जाते थे.
बता दें कि आयुष्मान भारत योजना या प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना भारत सरकार की एक स्वास्थ्य योजना है. जिसे 1 अप्रैल 2018 को पूरे भारत में लागू किया गया था. तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2018 के बजट सत्र में इस योजना की घोषणा की थी. इस योजना का उद्देश्य है कि आर्थिक रूप से कमजोर लोगों (बीपीएल धारकों) को स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाए.
आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए राज्य सरकार ऑडिट आएगी. स्टेट हेल्थ एजेंसी तीन लाख से अधिक इलाज में खर्च होने वाले मरीजों का वेरिफिकेशन करेगी. 6 महीने पहले भी राज्य सरकार ने एजेंसी के जरिए वेरिफिकेशन कराया था. अस्पतालों में महंगे इलाज को लेकर भी जांच होगी. कई अस्पतालों ने अनापशनाप बिल दी जा रही है. जिसके बाद सरकार ने जांच की कवायद तेज कर दी है.
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