शब्बीर अहमद, भोपाल। Bhopal Saurabh Sharma Update News: राजधानी भोपाल के जंगल में खड़ी लावारिस गाड़ी और उसमें मिले 52 किलो सोना और 10 करोड़ कैश कांड की गुत्थी उलझी हुई है। जैसे-जैसे जांच बढ़ रही है, नए खुलासे होते जा रहे हैं। इस बीच सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सौरभ शर्मा खुद तत्कालीन सत्ताधारी नेताओं का इतना खास हो चुका था कि वह खुद को परिवहन मंत्री समझने लगा था। गोविंद सिंह राजपूत के आगे अधिकारियों की भी नहीं सुनता था। दिग्विजय सिंह ने बड़ा आरोप लगाया है। इस बीच पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर जांच की मांग की है।

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पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के आगे IAS-IPS नतमस्तक!

सूत्र बताते हैं कि भोपाल का ‘धनकुबेर’ सौरभ शर्मा गोविंद सिंह राजपूत का राइट हैंड है। उसका पावर इतना था कि वह अपने सीनियर अधिकारियों को भी दिशा-निर्देश दिया करता था। पूर्व आरक्षक होते हुए भी IAS-IPS उसके सामने नतमस्तक होने को मजबूर थे। सौरभ शर्मा आरटीओ (RTO) में ट्रांसफर-पोस्टिंग कराता था। साथ ही नाके (बैरियर) की बोली भी लगाया करता था।

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गोविंद सिंह राजपूत के इशारे पर हो रहा था भ्रष्टाचार! 

बताया यह भी जा रहा है कि सौरभ शर्मा यह सारा भ्रष्टाचार तत्कालीन परिवहन मंत्री और वर्तमान खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के इशारे पर कर रहा था। गोविंद सिंह राजपूत के जरिए वसूली होती थी। जिसके बाद भ्रष्टाचार की मलाई मिल बांट कर खाई जा रही थी। 

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‘कमलनाथ पर गोविंद राजपूत को परिवहन विभाग देने का था दबाव’: दिग्विजय सिंह

सत्ताधारी नेताओं का नाम इस केस से जुड़ने के बाद कांग्रेस हमलावर हो गई है। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने इस मामले पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस की सरकार के समय कमलनाथ पर दबाव था कि परिवहन विभाग गोविंद राजपूत को दिया जाए। अब यह दबाव क्यों था, ये ज्योतिरादित्य सिंधिया बताएंगे। परिवहन में नियुक्ति के लिये कमलनाथ ने एक बोर्ड बना दिया था जिसके जरिए नियुक्ति होती थी।”

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दिग्विजय ने भ्रष्टाचार के खेल के 4 खिलाडियों के बताए नाम 

दिग्विजय सिंह ने कहा, “सरकार गिरने पर कमलनाथ के गठित बोर्ड को खत्म करवा दिया गया था। नाके के लिए बोली लगती थी। जो ज्यादा बोली लगाता था, उसे चेक पोस्ट मिलता था। फिर सौरभ शर्मा कटर लगाकर पैसे बांटता था। मेरे पास जो जानकारी समाने आई है इसमें चार लोग शामिल थे। जिसमे संजय श्रीवास्तव ऑर्डर करवाते थे, RTI वीरेश, दशरथ  सिंह पटेल और सौरभ शर्मा वसूली करते थे। चारों की गिरफ्तारी कर मनी ट्रेल का मामल दर्ज करना चाहिए। प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस होना चाहिए। दुबई में सौरभ शर्मा है और दुबई में यह नहीं  पूछा जाता कि पैसा कहां का है? इसलिए वहां रियल स्टेट में पैसा लगाया गया होगा।” 

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दिग्विजय सिंह ने PM मोदी को लिखी चिट्ठी

दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि “आज तक इतना बड़ा भ्रष्टाचार नहीं देखा है। अब ये बात समाने आ रही है कि परिवहन विभाग के अंदर किस तरह से चेक पोस्ट की नीलामी हो रही थी और एक कटर सौरभ शर्मा का नाम सामने आया है। मेरे पास सूचनाएं आ रही हैं कि पुलिस प्रशासन ने इस मामले को दबाने का पूरा प्रयास किया था। लोकायुक्त और पुलिस  की कारवाई के बीच आग आयकर विभाग नहीं आता तो शायद कार्रवाई नहीं होती। इस बीच उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है।”  

चिट्ठी में दिग्विजय सिंह ने जानिए क्या लिखा है?

रायपुर में पदस्थ सौरभ शर्मा के भाई ने कहा- ‘वो अपने निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र’

सौरभ शर्मा पर चल रही कार्रवाई के बीच रायपुर (Raipur) में ACB/EOW में सीनियर अकाउंटेंट के पद पर कार्यरत उसके भाई सचिन शर्मा ने अपना स्टेटमेंट जारी किया है। उन्होंने कहा कि सौरभ के साथ उनका जैविक रूप से संबंध होने के अलावा कोई नाता नहीं है।

सचिन शर्मा ने स्टेटमेंट में कहा, “सौरभ शर्मा के साथ जैविक रूप से सम्बंध होने अलावा मेरा उन से कोई सरोकार नहीं है। जॉच एजेंसियों को प्राप्त दस्तावजों से भी यह प्रमाणित हो जायेगा। वो अपने निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है और उसके लिए वो ही जवाबदेह है। इस पूरे प्रकरण में मेरा नाम अनाधिकृत रूप से जोड़ने से मैं मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहा हूं।”

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