भुवनेश्वर : विधानसभा में एक दिलचस्प नजारा देखने को मिला। अध्यक्ष के सदन में पहुंचने से पहले ही हंगामा शुरू हो गया था। कांग्रेस ने महिला उत्पीड़न का मुद्दा उठाया तो बीजेडी ने बीजू बाबू के अपमान का मुद्दा उठाया। पूरा घटनाक्रम कुछ इस प्रकार था। सुबह 10 बजे कांग्रेस विधायकों ने महिलाओं के खिलाफ हिंसा का मुद्दा उठाया और गांधी प्रतिमा के नीचे विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद सुबह 10:28 बजे कांग्रेस विधायक महिला उत्पीड़न के खिलाफ बैनर लेकर नारे लगाते हुए सदन में दाखिल हुए।

कांग्रेस विधायक को देखकर बीजद विधायकों ने “बीजू बाबू का अपमान नहीं किया जाना चाहिए” लिखी तख्तियां लेकर हंगामा शुरू कर दिया। सुबह 10:28 बजे सदन में जोरदार हंगामा शुरू हो गया। वक्ता 10:30 बजे पहुंचे। कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद बहिनीपति और बीजद विधायक अधिराज पाणिग्रही ने अध्यक्ष के आसन पर चढ़ने की कोशिश की। इस अफरा-तफरी के बीच केवल 6 मिनट ही सदन चल पाया । विधानसभा में भारी हंगामे के कारण अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। इसके बाद, बीजद विधायकों ने बीजू बाबू की प्रतिमा के नीचे अपनी संवेदना व्यक्त की, जबकि कांग्रेस विधायकों ने गांधी की प्रतिमा के नीचे अपनी संवेदना व्यक्त की।

इस बीच, भाजपा विधायक बाबू सिंह ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति लाल चश्मा पहनता है उसे पूरी दुनिया लाल दिखाई देती है। अपनी सरकार के समय को याद करते हुए कांग्रेस इस बात को लेकर चिंतित है कि नई सरकार आने पर कानून-व्यवस्था की स्थिति में कैसे सुधार होगा। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है और यह सुनिश्चित करने की व्यवस्था की जा रही है कि दोषी बच न पाएं।