रायपुर. भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल को उस बयान के लिए आड़े हाथों लिया है, जिसमें उन्होंने बुधवार को कांकेर में भाजपा के नक्सलियों से संबंध होने का आरोप लगाया है. भाजपा सांसद विक्रम उसेंडी ने कहा है कि भाजपा के किसी नेता और कार्यकर्ता का संबंध नक्सलियों से नहीं है. नक्सलवाद तो कांग्रेस की रीति-नीति से उपजा हुआ वह नासूर है, जिसने छत्तीसगढ़ में हिंसा की फसल काटी. झीरम घाटी कांड ने भी कांग्रेस-नक्सली संबंधों का संकेत दिया है, जिसे अब कांग्रेस के नेता भाजपा के मत्थे मढ़कर अपनी खीझ मिटा रहे हैं.

उसेंडी ने कहा कि बघेल कांग्रेस में मची अंतर्कलह के चलते अपनी राजनीतिक हैसियत के निचले स्तर को छू चुके हैं और अब तथ्यहीन व बेसिरपैर के आरोप लगाकर अपने वजूद को बचाने की असफल कोशिश कर रहे हैं.
विक्रम उसेंडी ने कहा कि भाजपा और नक्सलियों के संबंधों की हवा-हवाई कल्पनाओं में जी रहे बघेल को यह याद रखना चाहिए कि अर्बन नक्ललाइट्स मामले में हाल ही जब देशभर में कतिपय लोगों को नजरबंद किया गया तो उनके बचाव में सबसे पहले कांग्रेस के केन्द्रीय नेता ही मुखर होकर आगे आए थे. बघेल पहले इस बात का जवाब दें कि नक्सलियों से संबंध पर हुई कार्रवाई से कांग्रेस नेता क्यों विचलित हुए? क्या यह बेचैनी कांग्रेस नेताओं के नक्सलियों से ताल्लुकात को रेखांकित नहीं करती?

उसेंडी ने यह भी कहा कि झारखंड में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कुछ वर्ष पूर्व झारखंड चुनाव के समय नक्सलियों से समर्थन मांगते सुनाई पड़े थे. शायद लगता है इसीलिए छत्तीसगढ़ के चुनाव में स्टार प्रचारकों में उनका नाम न डालकर इशारा किया है.
उसेंडी ने कहा कि भूपेश लगातार झूठ बोलकर और आदतन अपराध पर अपराध करते हुए छत्तीसगढ़ को शर्मसार कर रहे हैं. प्रदेश ने भूपेश से ज्यादा गिरी हुई हरकत करने वाला नेता आजतक नहीं देखा. उन्होंने कहा कि भूपेश की इस बदजुबानी पर भी भाजपा कानूनी उपायों पर विचार कर रही है.