मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नक्सली हमले को अत्यंत ही निंदनीय बताया है. भूपेश बघेल ने ट्वीट करके इसे झीरम के बाद संसदीय लोकतंत्र पर बड़ा हमला बताया है. भूपेश बघेल ने लिखा है कि वे इस घटना से बेहद स्तब्ध और विचलित हैं. एक के बाद एक तीन ट्वीट के ज़रिए मुख्यमंत्री ने अपनी पूरी बात कही है.
भूपेश बघेल ने कहा है कि इस पीड़ा को उनसे बेहतर कौन समझेगा. उन्होंने अपने नेताओं की एक पूरी पीढ़ी को नक्सली हमले में खोया है. उन्होंने आगे लिखा है कि उनकी सरकार बस्तर सहित पूरी छत्तीसगढ़ में आदिवासी जनता का विश्वास जीतने की कोशिश करने के लिए काम कर रही है . जिससे नक्सली बौखला गए हैं. ये घटना उसी बौखलाहट का नतीजा है.
भूपेश बघेल ने कहा है कि वे शीर्ष अधिकारियों के साथ घटना की समीक्षा कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि अधिकारियों के लिए ये निर्देश दोहराया है कि नक्सली गोली का जवाब उसी की भाषा में देना है.
पीड़ा को अधिकारियों को
हम एक बार फिर दृढ़ता के साथ संसदीय लोकतंत्र को मजबूत करने की अपनी लड़ाई के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं। मैं शीर्ष अधिकारियों के साथ घटना की समीक्षा कर रहा हूं।
मैंने अधिकारियों के लिए निर्देश दोहराया है कि नक्सली गोलियों का जवाब उनकी भाषा में ही दिया जाए।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 9, 2019
हमारे विधायक साथी भीमा मंडावी और चार जवान नक्सली हमले का शिकार हुए हैं।
झीरम हमले के बाद संसदीय लोकतंत्र पर यह एक और बड़ा और अत्यंत निंदनीय हमला है।
मैं बेहद विचलित हूं, स्तब्ध हूं। दुःख व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं।
शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 9, 2019
इस पीड़ा को हमसे ज्यादा कौन समझेगा जिन्होंने अपने नेताओं की एक पूरी पीढ़ी एक बड़े नक्सल हमले में खो दी थी।
हमारी सरकार बस्तर सहित पूरे छग में आदिवासी जनता का विश्वास जीतने के लिए सतत काम कर रही है। इस बात से नक्सली बौखला रहे हैं। यह जघन्य वारदात उनकी इसी बौखलाहट का नतीजा है।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 9, 2019