रायपुर। अंतागढ़ और नान घोटाले में आरोपियों द्वारा किये गए खुलासे के बाद प्रदेश का सियासी पारा आसमान पर है. विपक्ष के आरोपों पर सीएम भूपेश बघेल ने करारा जवाब दिया है. सीएम ने बीजेपी के जीत के दावे पर कहा कि भाजपा के पास दंतेवाड़ा में बताने के लिए कुछ नहीं है, जिसको चुनाव संचालन बनाया है शिवरतन शर्मा, वही 13 बी की खदान अडानी को देने के लिए प्रशस्त किया था. वहीं ओपी चौधरी ने कलेक्टर रहते हुए सिर्फ ठेकेदारों की मदद की है. आदिवासियों का हक मार के बड़े-बड़े लोगों का कमीशन खोरी का काम किया है, इन लोगों ने शोषण किया है. लोग जवाब मांग रहे तो ये जवाब नहीं दे पा रहे हैं. भाजपा वहांं क्या कर रही है मुझे जानकारी नहीं. कोई प्रभाव पड़ेगा नहीं क्योंकि 15 साल के कुशासन का जवाब जनता मांग रही है.

वहीं अपने दंतेवाड़ा के दौरे पर उन्होंने कहा कि वहां जबरदस्त उत्साह है. दो जगह मैंने कार्यक्रम किया, जो योजनाएं शुरू की है.. 8 महीने में जो काम किया है, इससे जबरदस्त उत्साह है. 25 सौ रुपए धान का समर्थन मूल्य, 4000 रुपये प्रति मानक बोरा तेंदूपत्ता, हाट बाजार क्लीनिक, सुपोषण बस्तर जैसी योजनाओं का जबरदस्त रिस्पांस है.

नान घोटाले के आरोपी चिंतामणी चंद्राकर के बयान को पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह द्वारा सही ठहराने पर सीएम भूपेश बघेल ने उन्हें जमकर आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि 15 साल में जो किया, भाजपा के शासनकाल में जिन अधिकारियों के यहां छापा मारा तो क्या वह बदलापुर था. इस समय यदि चिंतामणि शासकीय अधिकारी है, उसके खिलाफ कोई शिकायत है तो क्या एसीबी को जांच नहीं करनी चाहिए? क्या ईओडब्ल्यू को जांच नहीं करनी चाहिए? यह संस्था बनी किसके लिए है फिर.

सीएम ने भाजपा के आरोप पर पलटवार करते हुए सवाल किया कि 40% लोग गरीबी रेखा के नीचे कैसे आ गए? पूरे हिंदुस्तान में सबसे ज्यादा झोपड़ियों में छत्तीसगढ़ में क्यों रहते हैं? शिक्षा का स्तर सबसे निचले पायदान पर क्यों हैं? स्वास्थ्य की हालत बिगड़ी हुई क्यों है? 39% महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं, 33% बच्चे कुपोषित क्यों हैं? विकास का पैमाना क्या है? शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, यही होना चाहिए जैसा है. बता दें कि क्या किया है उन्होंने? उन्होंने 15 साल में केवल कमीशनखोरी किया है.

विपक्षी दलों के खिलाफ बदले की कार्रवाई के आरोप पर भी सीएम भूपेश ने कहा कि मैंने चुनौती दी है, बदले की भावना से एक भी कार्रवाई की गई है तो बताएं… तो चुप रहे रमन सिंह, जोगी के खिलाफ जो कार्रवाई हुई है उसकी जांच किसने कराई है? जांच रमन सिंह और उनकी सरकार ने कराई. नान कार्यालय में छापा किसने डाला? रमन ने डाला, अंतागढ़ में गड़बड़ी किसने की? एफआईआर कब हुआ? सब उसी कार्यकाल में हुआ है. हमारे यहां जांच करके फाइनल स्टेज में आए हैं.

रेणु जोगी से मुलाकात पर उन्होंने कहा कि रेणु जोगी ने लिखित में कोई बात नहीं की है. मौखिक रूप से स्वास्थ्य के बारे में बात की है. मैं डॉक्टर नहीं हूं ,यह डॉक्टर ही बता सकते हैं कि वह स्वस्थ है कि अस्वस्थ, उसकी बीमारी क्या है? आज तो इतनी बीमारियां है कि नाम सुनकर लगता है कि कौन सी बीमारी है.