पटना, बिहार. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पटना में आयोजित सामाजिक न्याय सम्मेलन में वित्तमंत्री सीमारमण पर सीधा हमला बोला.भूपेश बघेल ने कहा कि केंद्र की सरकार ने पहले नोटबंदी करके सबकी जेब से पैसा निकाल लिया. उतने से काम नहीं बना तो आरबीआई से 1 लाख 74 हज़ार करोड़ रुपया निकालकर कॉर्पोरेट को दे दिया.
भूपेश बघेल ने कहा कि इससे पहले कभी आरबीआई से पैसे नहीं निकाले गए. उन्होंने कहा कि ये पैसे उद्योगपतियों की जेब में गया है. वित्तमंत्री सीतारमण ने ये काम किया हे. भूपेश बघेल ने कहा कि इसका असर बेरोज़गारी, मंदी के रुप में सामने आ रहा है.
इसके उलट उनकी सरकार ने आम लोगों की क्रय शक्ति बढ़ाने का काम किया. भूपेश बघेल ने कहा कि उनकी सरकार ने छत्तीसगढ़ में किसानों और आदिवासियों की क्रय शक्ति बढ़ाई. यही कारण है कि आज देश में जहां 19 प्रतिशत की गिरावट आटोमोबाइल में है.टाटा और मारुती जैसी कंपनियां अपना उत्पादन घटा रही हैं. आटोमोबाइल के शोरुम में शटर गिर रहे हैं. लेकिन छत्तीसगढ़ में मार्च में महीने 36 प्रतिशथ की वृद्धि हुई.
उन्होंने कहा कि पूरे देश में आदिवासियों की ज़मीनें छीनी जाती हैं. लेकिन छत्तीसगढ़ एकमात्र ऐसा राज्य है जहां प्लांट न लगने पर आदिवासियों की जम़ीन वापिस की गई. ये ज़मीन लोहांडीगुड़ा की थी. उन्होंने कहा कि देश में बेरोज़गारी बढ़ रही है लेकिन सरकार के उठाए कदमों के चलते बेरोज़गारी दर में गिरावट आ रही है. उन्होंने कहा कि 1 लाख से ज़्यादा शिक्षाकर्मियों को उनकी सरकार ने शिक्षक बनाया. शिक्षकों और कॉलेज में प्रोफेसरों की भर्तियां की जा रही हैं.
भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में कामकाज का श्रेय राहुल गांधी को देते हुए कहा कि जब वे मुख्यमंत्री बने थे तो राहुल गांधी ने कहा था कि हर वर्ग को लगना चाहिए कि ये सरकार उनकी अपनी है. और इसी से उनकी सरकार ने शुरुआत की. भूपेश बघेल ने कहा कि पूरे देश में मंदी है.बिहार में भी मंदी है और गुज़रात में भी मंदी है. अगर मंदी कहीं नहीं है तो केवल छत्तीसगढ़ में.
भूपेश बघेल ने बताया कि उनकी सरकार ने किसानों के हाथ में 20 हज़ार करोड़ रुपये दिए जिसके चलते मंदी वहां आ नहीं पाई. भूपेश बघेल ने बताया कि उनकी सरकार 2500 रुपये में धान खरीद रही है और 4 हज़ार रुपये तेंदुपत्ता का दे रही है.
उन्होंने कहा कि 2019 में वोट करने के बाद अब जनता ठगा महसूस कर रही है. उन्होंने कहा कि जो सांसद 5 लाख वोट से जीते उन्हें एयरपोर्ट पर लेने के लिए 50 लोग भी नहीं आ रहे हैं. उन्होंने जनता से पूछा कि क्या देश की जनता ये महसूस कर रही है कि उनसे कहीं कोई गलती तो नहीं हो गई.