रायपुर. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल फिर से पदयात्रा पर निकल रहे हैं. भूपेश बघेल ये यात्रा शिवरीनारायण से शुरु करेंगे. ये यात्रा नवंबर के आखिरी में या दिसंबर के शुरु में हो सकती है. इस यात्रा की पूरी रुपरेखा को अंतिम रुप देने के लिए भूपेश बघेल बुधवार को शिवरीनारायण के दौरे पर हैं. ये यात्रा करीब 100 किलोमीटर की होगी.
यात्रा की रुपरेखा बनाने भूपेश पहुंचे शिवरीनारायण
अब तक की योजना के हिसाब से ये यात्रा महानदी के किनारे-किनारे चंद्रहासिनी की ओर बढ़ेगी और रायगढ़ में खत्म होगी. विश्वस्त सूत्रों के अनुसार भूपेश बघेल इसके बाद लगातार यात्राएं करके पूरा प्रदेश नापेंगे. डोंगरगढ़ से रायपुर तक चली यात्रा में जुटी भीड़ और कार्यकर्ताओं के उत्साह के मद्देनज़र ये फैसला किया गया है.
इस यात्रा को अंतिम रुप देने के लिए पीसीसी के पदाधिकारी अंतिम रुपरेखा बना रहे हैं. यात्रा के स्वरुप में इस बार कई परिवर्तन किए गए हैं. जिससे भूपेश बघेल ज़्यादा से ज़्यादा लोगों के करीब जा सकें और कार्यकर्ताओं से ज़्यादा से ज़्यादा मिल सकें.
ये पीसीसी अध्यक्ष बनने के बाद भूपेश बघेल की 7वीं पदयात्रा होगी.
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सबसे पहले उन्होंने नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव की साथ नसबंदी कांड के बाद बिलासपुर से रायपुर तक हुई थी.
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फिर उन्होंने बलौदाबाज़ार से रायपुर विधानसभा तक पदयात्रा की थी.
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भूपेश ने इसके बाद नगरनगार से जगदपुर की यात्रा की
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इसके बाद जगदलपुर से कोंडागांव की पदयात्रा की
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फिर उन्होंने सिंगारपुर से भाटापारा की पदयात्रा की
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हाल ही में उन्होंने डोंगरगढ़ से खुर्सीपार तक पदयात्रा की
ये खास बातें होंगी इस बार की यात्रा में
भूपेश बघेल की ये पदयात्रा का आयोजन करने वाली टीम ने इस बार की यात्रा के स्वरुप में कई बदलाव करने का प्रस्ताव रखा है. जिस पर भूपेश बघेल की मंजूरी मिलनी शेष है. भूपेश बघेल यात्रा में किसी गेस्ट हाऊस में ना रुककर किसी कार्यकर्ता के घर पर रुकें और उन्हीं के यहां खाना खाएं वे जिस गांव में रुकें वहां के कुछ स्थानीय लोगों को भोजन में शामिल किया जाए. इससे गांव के लोग उनसे जुड़ाव महसूस कर सकें. उनके रणनीतिकारों ने ये भी योजना बनाई है कि रात को वे अलाव जलाकर स्थानीय लोगों के साथ छत्तीसगढ़ी में संवाद करें जिससे लोग सीधे उनसे जुड़ सकें. हालांकि इन प्रस्तावों पर अंतिम फैसला उनकी सुरक्षा के मद्देनज़र ही किया जाएगा.