हकीमुद्दीन नासिर, महासमुंद। आकांक्षी जिलों में से एक महासमुंद जिला आज छत्तीसगढ़ का पहला डिजिटल जिला घोषित हो गया है. छत्तीसगढ़ के मात्र दो जिलों में डिजिटल बैकिंग यूनिट (DBU) संचालित हैं. उनमें से एक महासमुंद जिला है. जिले में बैंक एकाउंट खोलना, पैसे जमा करना, पैसे निकालना, पासबुक भरने का काम स्वयं खाताधारक करते हैं.

लीड बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा के मैनेजर अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति, रायपुर द्वारा महासमुंद जिले को प्रदेश का पहला डिजिटल जिला घोषित किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्टूबर 2020 में 42 जिलों में एक कार्यक्रम ‘डिजिटल जिला’ के नाम से चलाया था. इन्हीं में से एक महासमुंद जिला है, जहां डिजिटल जिला अभियान चलाया गया.

महासमुंद जिले में सरकारी व निजी कुल मिलाकर 24 बैंक के 118 शाखा संचालित हैं, जिसमें 13 लाख 34 हजार 770 खाते हैं, और सभी खाताधारकों को कम से कम एक डिजिटल सेवा से जोड़ा गया है. 13 लाख 18 हजार 36 खातें बचत खाता है, और 16 हजार 734 करंट खाते हैं. जिले के 2 लाख 7 हजार 2 खातेदारों को ई-बैकिंग सुविधा उपलब्ध कराई गई है.

बताया गया कि 8 लाख 73 हजार 65 खाता धारकों को डेबिट कार्ड, 5 लाख 23 हजार 542 खाता धारकों को मोबाइल बैकिंग की सुविधा प्रदान की गई है. छत्तीसगढ़ के मात्र दो जिलों में DBU (डिजिटल बैकिंग यूनिट) संचालित हैं. उनमें से एक महासमुंद जिला है. जिले में एकाउंट खोलना, पैसे जमा करना, पैसे निकालना, पास बुक भरने का काम स्वयं खाताधारक करते हैं.