मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले नेता और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार को बड़ा झटका लगा है. नागालैंड के सभी सात पार्टी विधायकों ने अजित पवार को अपना समर्थन दिया है. विधायकों के संयुक्त बयान में कहा गया कि नागालैंड एनसीपी कार्यालय में पार्टी के सभी कार्यकर्ता भी अजित पवार का समर्थन करेंगे.

अजित पवार और 8 अन्य नेता 2 जुलाई को महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हुए. अजित पवार को डिप्टी सीएम और 8 अन्य नेताओं को मंत्री पद दिया गया है. अजित पवार के इस कदम से शरद पवार द्वारा स्थापित एनसीपी दो गुटों में बंट गई.

क्या शिंदे की तरह NCP पर कब्जा करेंगे अजित ?

अजित पवार और एकनाथ शिंदे के बीच कई समानताएं हैं. दोनों अपनी पार्टी के बागी नेता हैं. शिंदे ने तब बगावत की थी जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे. बाद वाले ने पार्टी और निशान पर कब्जा कर लिया. अब अजित पवार भी शिंदे की राह पर हैं.

शिंदे ने 2019 में महाविकास अघाड़ी सरकार को गिरा दिया

2019 में, शिवसेना ने भाजपा के साथ अपना गठबंधन समाप्त कर दिया और कांग्रेस और एनसीपी के साथ महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार बनाई. पिछले साल एकनाथ शिंदे के पार्टी तोड़ने और नई सरकार बनाने के लिए भाजपा से हाथ मिलाने के बाद सरकार गिर गई थी.

शरद पवार और अजित के अपने-अपने दावे

अपने नेतृत्व को असली एनसीपी बताते हुए अजित पवार ने प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल और दिलीप वलसे पाटिल जैसे वरिष्ठ पार्टी नेताओं का समर्थन हासिल कर लिया है. हालाँकि, शरद पवार ने भी असली एनसीपी के नेता के रूप में अपना दावा पेश किया है और पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए कई वरिष्ठ नेताओं को निष्कासित कर दिया है.

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