शब्बीर अहमद, भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ भोपाल की क्राइम ब्रांच पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया है। क्राइम ब्रांच ने पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ धारा 188 और डिजास्टर मैनेजमेंट की धारा 54 की धारा के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। कमलनाथ के ऊपर भ्रामक जानकारी फैलाने का आरोप है।
बीजेपी ने क्राइम ब्रांच को कमलनाथ के खिलाफ अपराध दर्ज करने का ज्ञापन सौंपा था। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया था कि कमलनाथ ने प्रेस कान्फ्रेंस में कोरोना को इंडियन वैरिएंट कहकर देश की छवि को धूमिल करने का काम किया है। इसके साथ ही भाजपा नेताओं ने कमलनाथ पर वर्चुअल मीटिंग में आग लगाने जैसा बयान देकर जनता के मध्य भय उत्पन्न करने का आरोप लगाया है। भाजपा नेताओं का कहना था कि कमलनाथ ने इंडियन वैरियंट और किसानों को भड़काने वाला बयान जो दिया है यह देशद्रोही की श्रेणी में आता है।
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इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी ट्वीट कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराए जाने के लिए कहा था। कमलनाथ ने सरकार पर कोरोना से हुई मौतों का आंकड़ा छिपाने का सरकार पर आरोप लगाया था।
कमलनाथ ने कहा, “हजारों निर्दोष लोगों की मौतों के अपराध के लिए बीजेपी और सरकार पर एफआईआर दर्ज होना चाहिए, क्योंकि इन्होंने तमाम चेतावनियों के बावजूद कोरोना की इस दूसरी लहर को देखते हुए इलाज हजारों बेगुनाह लोगों की मौत के यह दोषी हैं, ये ज़िम्मेदार हैं, ये अपराधी हैं। इनके नाकारापन के कारण कई परिवार बर्बाद हो गये हैं। कमलनाथ ने कहा कि जिन परिवारों में कोरोना संक्रमण से परिवार के किसी सदस्य की मौत हुई और सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है, तो आंकड़े को दबाने-छुपाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री, उनके मंत्रियों व इस निष्ठुर सरकार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएं।”
यह कहा था कमलनाथ ने
दरअसल कमलनाथ ने एक प्रेसवार्ता में कोरोना की दूसरी लहर को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि कोरोना वायरस चीन का था लेकिन अब भारत विश्व में बदनाम हो रहा है। पूरा विश्व इंडियन वैरिएंट बोल रहा है। इसका प्रभाव विदेश में पढ़ने वाले छात्र और नौकरी पेशा भारतीयों पर पड़ रहा है।
कमलनाथ ने कहा, “भारत किस कदर विश्व में बदनाम हो रहा है। यह चीन का वायरस था, चीन का कोरोना था। आज पूरे विश्व ने नाम लिख दिया है इंडियन वेरिएंट कोरोना। कई प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति इस नाम से पुकार रहे हैं इंडियन वेरिएंट। हमारे जो स्टूडेंट्स हैं, जो बाहर नौकरी कर रहे थे वो वापस नहीं जा पा रहे हैं क्योंकि कहते हैं आप इंडियन हैं। कुछ जो टैक्सी चलाते हैं विदेश में उनकी टैक्सी में बैठने के लिए लोग तैयार नहीं है। ये मेरा भारत महान इस सरकार ने बनाया। यही सबसे बड़े दुख की बात है। ये कोरोना से नहीं लड़ रहे ये तो आलोचना से लड़ रहे हैं। मुझे बताया गया कि कुछ पत्रकारों पर भी मामला दर्ज किया गया। ये इमेजे मैनेजमेंट में लगे हैं कोरोना मैनेजमेंट में नहीं। एक बड़ी बुनियादी बात है, अक्टूबर से अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय अखबार छाप रहे थे, दूसरा वेव आना है। भारत क्या कर रहा था, मोदी जी कह रहे थे हम कोविड से लड़ाई जीत गए हैं, मोदी जी कहते हैं हम विश्व की फार्मेसी हैं 6 करोड़ 60 लाख वैक्सीन एक्सपोर्ट कर दिये।”