राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर राजनीति तेज हो गई है। मंत्री विश्वास सारंग ने पूर्व सीएम और पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ पर नए वैरिएंट को इंडियन वैरिएंट बोलने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ भारत को विश्व स्तर पर बदनाम करने की साजिश में लिप्त हैं। कमलनाथ चीन और पाकिस्तान के एजेंट का काम कर रहे हैं। उन पर देशद्रोह का केस दर्ज होना चाहिए।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, चीन जैसी विदेशी ताकतें हिंदुस्तान को घेरना चाहती हैं और कांग्रेसता विदेशी ताकतों की राग से राग मिला रहे हैं। WHO इस नए वैरिएंट को इंडियन वैरिएंट होने से इनकार कर चुका है। इंडियन वैरिएंट का उपयोग नहीं करने को लेकर केन्द्र सरकार ने एडवायजरी जारी की है।

उधर इस मामले में सीएम शिवराज सिंह भी मैदान में उतर आए हैं। उन्होंने कमलनाथ पर घटिया राजनीति करने का आरोप लगाया है। शिवराज ने कहा कि कमलनाथ का बयान क्या राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में नहीं आता? कमलनाथ घटिया राजनीति कर रहे हैं। कमलनाथ आपदा में राजनीति का अवसर खोज रहे हैं। मौत का आंकड़ा बढ़ता है तो आपको आनंद आता है। क्या ये विकृत मानसिकता नहीं है? क्या अकेले मप्र में ही मौतें हुई हैं? क्या दूसरे प्रदेश या दूसरे देशों में नहीं हुई है? आप मुख्यमंत्री रहे हो, आप केंद्र में मंत्री रहे हो उसके बाद भी ये घटिया व्यवहार क्यों ?

यह है मामला

दरअसल कमलनाथ ने एक प्रेसवार्ता में कोरोना की दूसरी लहर को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि कोरोना वायरस चीन का था लेकिन अब भारत विश्व में बदनाम हो रहा है। पूरा विश्व इंडियन वैरिएंट बोल रहा है। इसका प्रभाव विदेश में पढ़ने वाले छात्र और नौकरी पेशा भारतीयों पर पड़ रहा है।

कमलनाथ ने कहा, “भारत किस कदर विश्व में बदनाम हो रहा है। यह चीन का वायरस था, चीन का कोरोना था। आज पूरे विश्व ने नाम लिख दिया है इंडियन वेरिएंट कोरोना। कई प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति इस नाम से पुकार रहे हैं इंडियन वेरिएंट। हमारे जो स्टूडेंट्स हैं, जो बाहर नौकरी कर रहे थे वो वापस नहीं जा पा रहे हैं क्योंकि कहते हैं आप इंडियन हैं। कुछ जो टैक्सी चलाते हैं विदेश में उनकी टैक्सी में बैठने के लिए लोग तैयार नहीं है। ये मेरा भारत महान इस सरकार ने बनाया। यही सबसे बड़े दुख की बात है। ये कोरोना से नहीं लड़ रहे ये तो आलोचना से लड़ रहे हैं। मुझे बताया गया कि कुछ पत्रकारों पर भी मामला दर्ज किया गया। ये इमेजे मैनेजमेंट में लगे हैं कोरोना मैनेजमेंट में नहीं। एक बड़ी बुनियादी बात है, अक्टूबर से अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय अखबार छाप रहे थे, दूसरा वेव आना है। भारत क्या कर रहा था, मोदी जी कह रहे थे हम कोविड से लड़ाई जीत गए हैं, मोदी जी कहते हैं हम विश्व की फार्मेसी हैं 6 करोड़ 60 लाख वैक्सीन एक्सपोर्ट कर दिये।”

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