प्रतीक चौहान. रायपुर. कोरोनाकाल में हॉस्पिटल खोलने वाले एक उद्योगपति का दो डॉक्टरों ने बिलासपुर से किडनैप कर लिया. ये किडनैपिंग उन्होंने बीते रविवार को की. इसके बाद आरोपी डॉक्टर अपने दो अन्य साथियों के साथ उन्हें मुरादाबाद ले गए.

लल्लूराम डॉट कॉम को एक डॉक्टर ने नाम न छापने की शर्त में बताया कि आरोपी डॉक्टर मूलतः मुरादाबाद के ही रहने वाले थे और बिलासपुर में कोरोनाकाल में प्रैक्टिस करने दिल्ली की एक एजेंसी के माध्यम से पहुंचे थे. बिलासपुर में SKY Hospital में वे प्रैक्टिस कर रहे थे और यहां मेडिकल काउंसिल में उन्होंने छत्तीसगढ़ प्रैक्टिस के लिए आवेदन किया था. इसे भी पढ़ें – अपने छोटे-छोटे कपड़ों से Urfi Javed फिर ट्रोलर्स के टारगेट में… देखें Photos 

जानकारी के मुताबिक अस्पताल के संचालक प्रदीप अग्रवाल और आरोपी डॉक्टर शैलेंद्र मसीह, डॉ मोहम्मद आरिफ (आरएमओ) के बीच पैसे को लेकर विवाद काफी दिनों से चल रहा था. आरोपी डॉक्टर अपनी तय सैलरी के बाद कोरोनाकाल में हुई कमाई के एवज में कमीशन की मांग कर थे. जिसे लेकर दोनो पक्षों ने थाने में और सीएमओ से शिकायत की थी. इसे भी पढ़ें : टीम इंडिया के सबसे मजबूत खिलाड़ी के टी20 वर्ल्ड कप खेलने पर संशय, यह है वजह

कैसे किया संचालक को किडनैप ?

लल्लूराम डॉट कॉम को सूत्रों से पता चला है कि पिछले रविवार को जब वसंत विहार स्थित SKY Hospital के संचालक प्रदीप अग्रवाल सैलून गए थे तब बंदूक की नोक पर उनका किडनैप कर लिया गया. इसके बाद उनकी कार को अस्पताल के बाहर आरोपियों ने छोड़ा और उन्हें छत्तीसगढ़ पासिंग नंबर वाली कार से पेंड्रा, शहडोल होते हुए मुरादाबाद ले गए. आरोपियों ने बीच रास्ते में गाड़ी की नंबर प्लेट भी बदल ली और छत्तीसगढ़ की जगह यूपी की नंबर प्लेट का इस्तेमाल किया. इसी दौरान आरोपियों ने संचालक के किडनैप के बाद अस्पताल में उनसे ही फोन करवाकर ब्लैंक चेकबुक भी मंगवाई और कोरे कागज में हस्ताक्षर भी करवाएं.

अस्पताल की नर्स से थे संपर्क में

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उक्त आरोपी दोनो डॉक्टरों के अलावा दो अन्य युवक फिरोज और आलम नाम के दो युवक भी थे. इसमें से एक आरोपी अस्पताल की नर्स से संपर्क में था और पूरी जानकारी एकत्र कर रहा था. सूत्र बताते है कि डॉ मसीह और फिरोज रायपुर बिलासपुर में कुछ दिनों तक रेकी करने के बाद इंडिगो की फ्लाइट से दिल्ली गए थे और संचालक को किडनैप करने के बाद दो आरोपी डॉ मोहम्मद और आलम मुरादाबाद ले गए. लेकिन बिलासपुर पुलिस किडनैपिंग के बाद से पूरी तरह मुस्तैद थी और क्लू की तलाश कर रही थी. इसी बीच पुलिस को अस्पताल की नर्स को हिरासत में लिया. क्योंकि वे आरोपियों से फोन में संपर्क में थी. जिसकी सूचना आरोपियों को भी हो गई. इसे बाद आरोपी संचालक को दिल्ली एयरपोर्ट में छोड़ गए. बिलासपुर पुलिस इस मामले में जल्द अधिकृत जानकारियों के साथ खुलासा कर सकती है.

पुलिस के दबाव में ही संचालक को छोड़ा गया है. संचालक से जब विस्तृत पूछताछ होगी उसके बाद ही मैं कुछ अधिकृत जानकारी आपको दे पाउंगा.

परिवेश तिवारी, सरकंडा थाना प्रभारी