चंडीगढ़। अगले साल 2022 में पंजाब की सभी 117 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं. इसे लेकर सभी दलों ने कमर कस ली है. खासतौर पर इस साल सितंबर में ही मुख्यमंत्री बने चरणजीत सिंह चन्नी भी लोगों को लुभाने में लगे हुए हैं. कैबिनेट की बैठक में पंजाब सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने अहम फैसला लिया है. उन्होंने सामान्य (general) वर्ग के गरीब स्टूडेंट्स के लिए मुख्यमंत्री वजीफा स्कीम शुरू की है. इससे अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में पढ़ रहे विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा.

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बुधवार को कैबिनेट की मीटिंग के बाद सीएम ऑफिस के प्रवक्ता ने बताया कि यह स्कीम सिर्फ सरकारी कॉलेजों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स पर लागू होगी. वजीफे की रकम एक समान होगी और यूनिवर्सिटी की तरफ से वसूली जाने वाली फीस के अनुपात में दी जाएगी. अगर किसी छात्र के 60 से 70% अंक होंगे, तो उन्हें फीस में 70 फीसदी की छूट मिलेगी. 70 से 80% अंक वाले को 80%, 80 से 90% अंक पाने वाले को 90% और 90 से 100% अंक पाने वाले को 100% रियायत मिलेगी. स्कॉलरशिप इस शर्त पर मिलेगी कि कोई छात्र कहीं और से वजीफा नहीं ले रहा. स्टूडेंट का सभी विषयों में पास होना भी अनिवार्य होगा.

 

कारोबारियों को भी राहत

कैबिनेट की मीटिंग में कारोबारियों को राहत देते हुए साल 2014-15 से लेकर 2017-18 तक के सी-फार्म से जुड़े 1.50 लाख केसों को मूल्यांकन से छूट दे दी गई है. इस कैटेगरी में अब सिर्फ साढ़े 8 हजार केसों का ही मूल्यांकन होगा. इससे पंजाब सरकार पर 200 करोड़ का आर्थिक बोझ पड़ेगा.

 

3 सब तहसीलों को हरी झंडी

कैबिनेट की बैठक में एसएएस नगर स्थित घड़ुआं, अमृतसर में राजासांसी और गुरदासपुर में दोरांगला को सब तहसील के तौर पर अपग्रेड करने की मंजूरी दे दी गई है.