गोपाल कृष्ण नायक खरसिया। सोनबरसा के जगंल में झरना के किनारे नवजात बच्ची को लावारिस हालत में छोड़कर भागे दंपत्ती का पर्दाफाश पुलिस ने किया है. खुलासे में जो सच सामने आया है. उसको सुनकर हर कोई दंग रह गया. दरअसल पुलिस को नवजात शिशु की सूचना देने वाला ही बच्चे के नवजात के ही परिजन निकले हैं.

गुरूवार को 112 की टीम को सूचना मिली थी कि ग्राम सोनबरसा जंगल झरना के किनारे एक अज्ञात नवजात बच्ची मिली है. जिसकी मनगढ़ंत सूचना गांव की महिला सरपंच जयंती राठिया ने दी थी कि उसके चाचा ससुर फुल सिंह राठिया को सुहर पहाड़ झरना किनारे अज्ञात शिशु सागौन प्लांटेशन मेन रोड किनारे पड़ा मिला था. जिसे घर लाया गया और प्रार्थिया मितानिन कुमारी सिदार को बुलाकर 112 को सूचना देकर बुलाया गया. जिसके बाद अज्ञात माता – पिता द्वारा शिशु को असुरक्षित छोड़ने पर अपराध दर्जकर प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था.

लेकिन इस मामले में जो सच सामने आया है उसे सुनकर आप भी चौंक जाएंगे. जी हां नवजात बच्ची का पिता कोई और नहीं बल्कि बच्ची को पुलिस के हवाले करने वाला ही है. नवजात बच्चे की मां राधाबाई पैकरा पति स्व. बंशीराम पैकरा ने आज पुलिस के सामने खुलासा करते हुए कहा कि उसके गांव के संजय राठिया से संबंध था, जिससे राधाबाई पैकरा ने एक बच्ची को दो दिन पहले ही  अपने घर में जन्म दिया.

जब राधाबाई नवजात को लेकर संजय राठिया के घर पहुंची तो उसने बच्ची को स्वीकार करने से इंकार कर दिया. जिससे नाराज युवती नवजात बच्ची को उसके घर छोड़कर आ गई. जिसके बाद संजय राठिया उसके पिता फ़ूलसिंह राठिया और मितानिन ने मिलकर अज्ञात नवजात शिशु मिलने की मनगढ़त कहानी बनाई थी.

नवजात बच्ची की मां के द्वारा सच्चाई का खुलासा करने के बाद पुलिस ने विवेचना में झुठा रिपोर्ट दर्ज कराने के संबंधित लोगों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जा रही है.नवजात बच्ची की मां के द्वारा जानकारी होने पर पुनः बच्ची को प्राप्त करने का आवेदन दिया गया है. इसके बाद पुलिस इस मामले की गंभीरता से लेते हुए आगे की कार्रवाई में जुट गई है.