निशांत राजपूत, सिवनी। मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में सरकारी राशि घोटाला करने अजीब तरह की करतूत सामने आई है। यहां सरकारी पैसा गबन करने शिक्षक खुद ही (स्कूलों की मरम्मत के लिए) ठेकेदार बन गया और काम भी ऐसा किया जिसे देखकर कोई भी अनाड़ी बता सकता है कितना काम हुआ है। मामला जिले के छपारा तहसील अंतर्गत आने वाले स्इकूलों का है। शिक्षा विभाग द्वारा जर्जर स्कूलों की मरम्मत के लिए फंड जारी किया है। इस राशि से स्कूलों का मरम्मत कराया जा रहा है। कुछ स्कूलों में मरम्मत के नाम पर जमकर घपला किया जा रहा है।

बताया जाता है कि ग्राम सरंडिया और अंजनिया के स्कूलों में शिक्षक खुद ही ठेकेदार बनकर सरकारी राशि गबन कर रहे हैं। मरम्मत के नाम पर घटिया काम कर पैसों का बंदरबांट किया जा रहा है। मरम्मत के नाम पर सिर्फ राशि डकारी जा रही है, काम कुछ भी नहीं हुआ है। वहीं इस बारे में संबंधित विभाग के इंजीनियर अन्नपूर्णा डहरिया से फोन पर बात करने पर मैडम ने कहा कि मुझे इंजीनियरिंग मत सिखाइए जो काम हो रहा है वह एकदम सही है। जब इस बारे में बीआरसी गोविंद उईके से बात की तो उन्होंने इंजीनियर की कार्यशैली के साथ साथ मरम्मत के नाम पर हुए भ्रष्टाचार की जांच की बात कही है। क्रियान्वयन एजेंसी जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष प्रभात ठाकुर ने भी काम में लापरवाही सहित कई गंभीर आरोप लगाया है।

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