न्यामुद्दीन अली, अनूपपुर। अनूपपुर जिले के बिजुरी प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। महिलाओं को नसबंदी के लिए सुबह से बुलाया गया और ऑपरेशन रात को किया गया। दिनभर पीडि़त महिलाएं एवं परिजन भूखे प्यासे अपनी बारी का इंतजार करते रहे। किसी ने उनकी सुध नहीं ली।

जानकारी के अनुसार अनूपपुर जिले के बिजुरी प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में महिला नसबंदी शिविर लगाया गया था। शिविर में बिजुरी, राजनगर, रामनगर, लोहसरा कपिलधारा व अन्य दर्जनों गांव की महिलाएं पहुंची थीं। शिविर में करीब 116 महिलाओं का पंजीयन नसबंदी के लिए किया गया था। सुबह 10 बजे से ही महिलाएं नसबंदी कराने के लिए कतार में बैठी रहीं। इस दौरान उनके परिजन भी साथ रहे। वहां पर लगभग 300 लोग मौजूद थे। इस दौरान नसबंदी करने वाले डॉक्टर दिनभर वहां नहीं पहुंचा। महिलाओं सहित उनके परिजन भूखे प्यासे डॉक्टर के आने का इंतजार करते रहे और असुविधा के शिकार भी हुए।

जानकारी के अनुसार ऑपरेशन रात 9 बजे शुरू हुआ और 12 बजे तक 60 महिलाओं की नसबंदी की गई। ऑपरेशन के बाद महिलाओं को बेड भी नसीब नहीं हुआ। सभी महिलाएं अस्पताल परिसर के बरामदे में जमीन पर ही सोई रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस संवेदनशील मामले में लापरवाही बरती गई। नियमत: रात में नसबंदी शिविर का आयोजन नहीं किया जाता है। सुबह से शिविर लगाकर ऑपरेशन के बाद महिलाओं को शाम को घर जाने दिया जाता है। जिससे वे बच्चों के साथ आराम कर सके।

वहीं इस मामले में खंड चिकित्सा अधिकारी के. एल. दीवान का कहना है कि सर्जन की उपलब्धता न होने की वजह से ऑपरेशन में देरी हुई है।