नई दिल्ली. भारतीय रेल में गैर संरक्षा श्रेणी के लिए करीब एक लाख पदों पर भविष्य में कभी भर्तियां नहीं की जाएंगी. सरकार ने इनको गैर जरूरी बताते हुए समाप्त कर दिया है. रेलवे बोर्ड ने सभी 17 जोनल रेलवे गैर संरक्षा श्रेणी के 50 पदों को समाप्त करने निर्देश जारी कर दिए हैं. इसमें रेलवे की उत्पादन ईकाइयों, पहिया-इंजन कारखानें व कोच फैक्टरियां भी शमिल हैं. गैर संरक्षा श्रेणी में कुल 4,52,825 हैं. इसमें 91,649 पद खाली पड़े हैं, इन खाली पदों को खत्म कर दिया गया है.

 रेलवे बोर्ड के 20 मई को जारी निर्देश में उल्लेख है कि गैर संरक्षा श्रेणी के 50 फीसदी पदों को तत्काल समाप्त करने का फैसला हुआ था. निर्देश में कहा गया है कि सभी जोनल रेलवे व रेल उत्पादन ईकाइयां 31 मई तक 50 फीसदी पद समाप्त कर अनुपालन रिपोर्ट बोर्ड को भेजें.

गैर संरक्षा श्रेणी

इसमें रेलवे का वाणिज्य, इंजीनियरिंग, आरपीएफ, मेडिकल विभाग, प्रशासनिक विभाग, अकाउंट, स्टोर, बोर्ड के अधिकारी कर्मचारी आते हैं. इसके अतिरिक्त कारखानों, फैट्रियों, वर्कशॉप आदि में भी कर्मियों की छंटनी होनी है.

13.5 लाख कर्मी कार्यरत

रेलवे मंत्रालय के मुताबिक विभाग में खाली पदों पर भर्ती प्रक्रिया चलती रहती है. वर्ष 2019 में 16,851, 2020 में 1,26,765 और 2021 में 4,534 पदों (कुल 1,48,150 पद) पर भर्ती के लिए मनोनयन किया गया है. फिर भी स्वीकृत 15 लाख छह हजार में से साढ़े तेरह लाख कर्मचारी कार्यरत हैं.