शिवम मिश्रा, रायपुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और भाजपा के पूर्व महासचिव राम माधव छत्तीसगढ़ प्रवास पर पहुंचे हैं. उन्होंने पीएफआई और आरएसएस की तुलना पर कहा कि पीएफआई का आरएसएस से तुलना करना बड़ी भूल है. यह वैसी ही तुलना है जैसे मुस्लिम लीग और कांग्रेस की होती थी. मुस्लिम लीग और कांग्रेस की तुलना का दुष्परिणाम विभाजन के रूप में हुआ. उन्होंने कहा, आरएसएस देश को साथ लेकर चलने वाला संगठन है. पीएफआई देश मे आतंकी गतिविधि को प्रोत्साहित करने वाला संगठन है.

राम माधव ने कहा, पीएफआई का आरएसएस के साथ तुलना करना उसी प्रकार की गलती है, जिस प्रकार हम मुस्लिम लीग की तुलना आजादी के पहले किए थे. उनको कांग्रेस के बराबर का मानकर राजनीति करने की कोशिश किए थे और उसी का बुरा परिणाम हुआ कि देश का विभाजन हो गया. आरएसएस देश को एक रखने के लिए एकता लाने के लिए संवैधानिक संगठन है. पीएफआई इसका एकदम विपरीत देश के अंदर आतंकी गतिविधि अशांति और विद्रोह को प्रोत्साहित करने वाला संगठन है. पीएफआई की गतिविधि से कभी एक बड़ा वर्ग सहमत नहीं है.

संघ प्रमुख मोहन भागवत के मदरसा जाने को लेकर राम माधव ने कहा, संघ का प्रारंभ से विचार रहा है कि हम इस देश के सभी वर्ग को इस देश का अंग मानते हैं इसलिए हम सभी से संवाद रखते हैं. मोहन भागवत का मदरसा जाने का बात बहुत वायरल हो रहा है. हम किसी को अछूत नहीं मानते हैं. इस देश को एक रखने के लिए संघ हमेशा आगे रहता है और इसी इतिहास को बनाए रखने के लिए हम मुस्लिम वर्ग के लोगों से संवाद करते हैं.

आरएसएस इतिहास बदल रहा, कांग्रेस के इस आरोप पर माधव ने कहा, हम ना कोई नया इतिहास लिख रहे हैं और ना ही इतिहास को अपने हिसाब से लिख रहे हैं. इतिहास के कई अध्याय को कांग्रेस ने छुपाने का प्रयास किया है, उसी अध्याय को हम देश के सामने लाने का प्रयास कर रहे हैं. हम सभी महापुरुषों के योगदान को सामने लाने का प्रयास कर रहे हैं.

राम माधव के ‘पार्टीशंड फ्रीडम’ पुस्तक का हुआ विमोचन
रायपुर में राम माधव की लिखी पुस्तक ‘पार्टीशंड फ्रीडम’ का विमोचन किया गया. विमोचन के दौरान बीजेपी के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल मौजूद रहे. इस मौके पर राम माधव ने कहा, देश के विभाजन की त्रासदी को हमेशा याद कर सीख लेना चाहिए इसलिए हर साल हम 14 अगस्त को देश के विभाजन के काले इतिहास को याद करते रहे हैं. हमने इसी में एक किताब लिखी पार्टीशन इंडिया के नाम से लिखा है. इस पर चर्चा का कार्यक्रम आज रायपुर में हुआ.