नई दिल्ली. रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) के नॉन टेक्नीकल पॉपुलर कैटेगरी एग्जाम (NTPC) के नतीजों में कथित गड़बड़ी के खिलाफ छात्रों ने शुक्रवार को बिहार बंद का आह्वान किया है. कई छात्र और युवा संगठनों समेत कुछ सियासी दलों ने भी छात्रों के विरोध प्रदर्शन को समर्थन दिया है. राज्य में छात्रों ने चरण 1 की परीक्षा परिणामों में कथित गड़बड़ी के विरोध में मंगलवार को बिहार शरीफ रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन किया था.

रेलवे परीक्षा के परिणामों में कथित गड़बड़ी के चलते राजधानी पटना में जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ. इस दौरान बंद के समर्थन में कई सियासी दलों ने राजधानी की सड़कों को ब्लॉक कर दिया. साथ ही प्रदर्शनकारियों ने विरोध दर्ज कराने क लिए सड़कों पर टायर जलाए और नारेबाजी की.

AISA के महासचिव और विधायक संदीप सौरव समेत अन्य लोगों की तरफ से जारी विज्ञप्ति में मंत्रालय की तरफ से गठित की गई समिति पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने इसे उत्तर प्रदेश में चुनाव तक टालने के लिए की गई ‘साजिश’ बताया है. उन्होंने कहा, ‘उम्मीदवारों की तरफ से उठाए गए सवालों में कोई संदेह नहीं है. गंभीर बेरोजगारी का सामना कर रहे युवा छात्रों की तरफ से यह विशाल आंदोलन यूपी में चुनाव के समय उठा है. इसके दबाव में सरकार और रेलवे का प्रस्ताव आया और मामले को चुनाव तक टालने के लिए साजिश की गई.’

चिराग पासवान ने की बिहार पुलिस की कार्रवाई की निंदा
लोक जनशक्ति पार्टी के चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में प्रदर्शनकारी छात्रों पर बिहार पुलिस की बर्बरतापूर्ण करवाई की निंदा करता हूं. लोजपा (रामविलास) छात्रों की जायज मांगों का समर्थन करती है. लेकिन हम छात्रों से अपील करते हैं कि वे शांतिपूर्ण ढंग से अपना आंदोलन चलाएं. क्योंकि हिंसा से किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता है.

उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी छात्रों को पुलिस द्वारा बेरहमी से पीटा जाना. उनके होस्टल में जाकर बर्बरतापूर्ण करवाई शर्मनाक है. बिहार सरकार द्वारा छात्रों के अलावा कई कोचिंग संचालक शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना बिहार सरकार के अराजक रुख का प्रमाण है. इसे वापस लिया जाना चाहिए.

‘नीतीश कुमार के आतंकी रवैये को इतिहास याद रखेगा’
पासवान ने कहा कि छात्रों से अपील है कि वे शांतिपूर्ण ढंग से अपना आंदोलन चलाएं. प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में छात्र घायल हुए है. वह अपने ही द्वारा चुने हुए सरकार में अपना इलाज नहीं करा पा रहे है जो दुखद है. जिस छात्र राजनीति को कर के नीतीश कुमार आज बिहार के मुख्यमंत्री बने है.आज उन्हीं छात्रों को पुलिस द्वारा बेरहमी से पिटवा के छात्रों के जीवन का गला घोट दिया. इतिहास याद रखेगा नीतीश कुमार को छात्रों के प्रति इस आतंकवादी रवैए को. छात्रों को अपने हक के लिए शांतिपूर्वक संघर्ष करना चाहिए. मैं और मेरी पार्टी छात्रों का समर्थन करती है.