Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक दलों की तैयारियां तेज हो गई हैं. सियासी हलचल काफी बढ़ गई है. राजनीतिक रैलियों का दौर भी शुरू हो गया है. इसी बीच जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर का बड़ा बयान आया है. उन्होंने कहा कि RJD और JDU के शासन में बिहार मजदूरों का राज्य बन गया.
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में गरीबी, निरक्षरता और बेरोजगारी को खत्म करने के लिए शिक्षा को एकमात्र उपाय है. केंद्र में 11 वर्षों तक पीएम मोदी के सत्ता में रहने के बावजूद, बिहार अभी भी गरीबी, भूख और लाचारी से जूझ रहा है. पीके ने ये भी कहा कि अन्य राज्यों में बड़े उद्योग स्थापित किए गए हैं, जिससे युवाओं को काम की तलाश में पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है
बिहार को मजदूरों का राज्य बना
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार और लालू यादव पर भी जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि लालू-नीतीश के पिछले 30-35 वर्षों के शासन ने पूरे बिहार को मजदूरों का राज्य बना दिया है. यहां के बच्चे अपनी पीठ पर बोरे ढोने को मजबूर थे. उन्होंने कहा कि जन सुराज की विचारधारा है कि बिहार के बच्चे अपनी पीठ पर बोरे नहीं ढोएंगे, बल्कि स्कूल बैग लेकर जाएंगे, पढ़ेंगे, नौकरी पाएंगे और अच्छा जीवन जीएंगे.
पीके को मिला ‘स्कूल बैग’ चुनाव चिन्ह
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने जन सुराज पार्टी को ‘स्कूल बैग’ को कॉमन चुनाव चिन्ह आवंटित किया है. जिसका प्रशांत किशोर ने स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि शिक्षा को राज्य से गरीबी, निरक्षरता और बेरोजगारी को खत्म करने की कुंजी है.
इसे भी पढ़ें: क्या 2025 में अपना किला बरकरार रख पाएंगे ‘सुशासन बाबू’? नीतीश कुमार के राजनीतिक भविष्य को लेकर उठने लगे हैं सवाल
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करे
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें